54 वर्षीय पर्वतारोही Kami Rita Sherpa ने अपना ही रिकॉर्ड को तोडा 30वीं बार एवरेस्ट फतह कर

Subah Times
Kami Rita Sherpa Mountaineer

Kami Rita Sherpa Mountaineer (कामी रीता शेरपा) ने अपना ही रिकॉर्ड को तोडा:

Kami Rita Sherpa Mountaineer (कामी रीता शेरपा) जो की एक नेपाली शेरपा गाइड है, बेस कैंप में अभियान निगरानी क्षेत्र कार्यालय के प्रमुख अधिकारी गौतम के रिपोर्ट के अनुसार कामी रीता शेरपा ने बुधवार को 30वीं बार दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर सफल चढ़ाई कर उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। कामी रीता शेरपा का जन्म 17 जनवरी 1970 को नेपाल में हुआ था।

Kami Rita Sherpa, 12 मई को 29वीं बार चोटी पर चढ़ाई की थी और फिर 10 दिन में ही दो बार चोटी पर कर कामी रीता शेरपा ऐसा करने वाले पहले इकलौते पर्वतारोही बन गए हैं। यह कारनामा और रिकॉर्ड इसलिए बहुत महत्वपुर्ण और एक बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि एवरेस्ट के शिखर पर चढ़ने में किसी भी पर्वतारोहि को कई दिन लग जाते हैं।

नेपाली पर्यटन के एक खीम लाल गौतम अधिकारी के अनुसार  54 वर्षीय कामी रीता शेरपा ने दक्षिण-पूर्व रिज रूट से चढ़ाई की और 8,849 मीटर (29,032 फीट) की चोटी पर पहुंचे जो स्थानीय समय के अनुसार बुधवार की सुबह 7:49 बजे यहां पहुंचे थे। इस अभियान में लगभग 28 पर्वतारोही शामिल थे जो सागरमाथा (माउंट एवरेस्ट का नेपाली नाम) पर कामी रीता शेरपा के मार्गदर्शक के रूप में किये हैं इस तरह सागरमाथा पर चढ़ाई के 71 साल के इतिहास में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर सबसे अधिक बार चढ़ने का रिकॉर्ड बनाने वाले पर्वतारोही कामी रीता शेरपा हैं।

लेकिन बहुत दुःख के समाचार है की दुनिया की सबसे ऊंची चोटी से उतरते समय मंगलवार से दो पर्वतारोही लापता हैं और अभी तक कोई समाचार नहीं है, जिसमे एक ब्रिटिश पर्वतारोही और एक नेपाली गाइड मंगलवार से लापता हैं। एक अन्य शेरपा पर्वतारोही हैं जिनका नाम पासंग शेरपा है जिसने  27 बार एवरेस्ट पर चढ़ाई की है, जो कामी रीता के बाद सबसे अधिक शिखर पर चढ़ने वाले हैं और वे 1998 से एवरेस्ट पर चढ़ाई कर रहे हैं।

पर्वतारोही (Mountaineer) यात्रा के छेत्र में शेरपा कौन होते हैं:

पर्वतारोही (Mountaineer) के यात्रा के छेत्र में शेरपा वे मान्यताओं और अविश्वसनीय क्षमताओं के धारक होते हैं जो हिमालयी पर्वतों के कठिन अभियानों को संभालने में मदद करते हैं। शेरपा तिब्बती भाषा के शब्द शर और पा प्रत्यय से मिलकर बना है। जिसका  मतलब होता है “पूरब के लोग” और “पर्वतों का लोग” और यह एक विशेष नस्ल को दर्शाता है जो नेपाल, भारत, भूटान, और तिब्बत के हिमालयी क्षेत्र में बसे हुए हैं।

शेरपा लोगों का पर्वतारोही के लिए अद्वितीय ज्ञान और अनुभव होता है। उन्हें विशेष रूप से हिमनद और घातक आबादी वाले क्षेत्रों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। ये लोग अपनी शानदार फिटनेस, पर्वत जीवन के अनुभव, और नैतिकता के लिए प्रसिद्ध हैं। इसलिए शेरपा को ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ने में महारत हासिल होती है, इसी अपने गुणों और अनुभवों के कारण  शेरपा लोग मुख्यत: माउंट ट्रैकर्स को गाइड करने और उनके सामान को ढोने का काम करते हैं।

शेरपा लोगों के पास उन आवश्यक ज्ञान का भंडार होता है जो एक पर्वतारोही को सफलतापूर्वक उन्नति करने में मदद करता है और यही उनके कमाई का मुख्य जरिया होता है।  उनकी शक्तिशाली बाल्या, दृढ़ निश्चयता, और विशेष तकनीकी ज्ञान के कारण वे हिमालयी क्षेत्र में एक आदर्श साथी बन गए हैं।

शेरपा लोग अपनी कर्मठता, निष्ठा, और उनके दृढ़ आदर्शों के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने अनेक प्रमुख आर्क्टिक और अंटार्कटिक अभियानों में भी भाग लिया है, जो उनके अद्वितीय संघर्ष को और भी प्रसिद्ध बनाता है। इस प्रकार, शेरपा लोगों का महत्वपूर्ण योगदान हिमालयी पर्वतारोहियों के साथ जुड़ा है और उनके साथी बनने का सम्मान है।

Kami Rita Sherpa Mountaineer (पर्वतारोही) कौन है:

Kami Rita Sherpa Mountaineer

Kami Rita Sherpa एक नेपाली पर्वतारोही (Mountaineer) हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा बार माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ाई करने के लिए प्रसिद्ध हैं। वे कई बार माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ चुके हैं और उनके इस अद्वितीय रिकॉर्ड ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बना दिया है। उनका जन्म 1970 में हुआ था और वे नेपाल के सोलुखुम्बु जिले के थामे गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने 12 साल के उम्र से ही पर्वतारोहियों के लिए एवरेस्ट बेस कैंप को जरूरी सामान पहुंचाने का काम शुरू कर दिया था। और इस तरह पर्वतारोहियों के लिए समान पहुंचने का यह काम लगातार 11 साल तक किया था।

कामी रीता शेरपा ने 13 मई 1994 में पहली बार माउंट एवरेस्ट (Mount Everest)की चढ़ाई की थी और तब से लेकर अब तक उन्होंने कई बार लगातार इस पर्वत पर चढ़ाई की है। केवल बीच में तीन साल लगातार नहीं चढ़ पाए थे क्योंकि इस दौरान किसी कारणों से तीन साल तक पहाड़ को बंद कर दिया गया था। उनके चढ़ाई के रिकॉर्ड ने उन्हें पर्वतारोहण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बना दिया है। वे एक पेशेवर पर्वतारोही हैं और वे पर्वतारोहियों को मार्गदर्शन देने और सुरक्षित चढ़ाई सुनिश्चित करने में मदद करते हैं। उनके अनुभव और कौशल ने उन्हें एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले सबसे विश्वसनीय मार्गदर्शकों में से एक बना दिया है।

उनकी उपलब्धियों में न केवल माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) बल्कि अन्य प्रमुख पर्वत चोटियों पर चढ़ाई भी शामिल है, जो उन्हें दुनिया के सबसे कुशल और अनुभवी पर्वतारोहियों (Mountaineer) में से एक बनाती हैं।

Kami Rita Sherpa ने माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ाई करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है, उन्होंने मई 2023 तक 28 बार इस पर्वत पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है। इस अद्वितीय उपलब्धि ने उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही आइकन बना दिया है। उनके चढ़ाई के कैरियर में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर शामिल हैं ।

आपको जानकार आश्चर्य होगा की तेनजिंग नोर्गे शेरपा और न्यूजीलैंड के एडमंड पर्सीवल हिलेरी द्वारा माउंट एवरेस्ट पर पहली बार फतह हासिल करने के बाद अब तक नेपाल से करीब 7,000 पर्वतारोही (Mountaineer) माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ चुके हैं।

माउंट एवरेस्ट (Mount Everest)पर चढ़ने की उपलब्धि:

  • 1994: पहली बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई।
  • 2017: 21वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर उन्होंने पहले के रिकॉर्ड की बराबरी की।
  • 2018: 22वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।
  • 2021: 25वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर एक और मील का पत्थर हासिल किया।
  • 2023: 28वीं बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई।

कामी रीता शेरपा के पिता भी एक प्रसिद्ध पर्वतारोही (Mountaineer) थे और उन्होंने भी माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) की चढ़ाई की थी। उनके भाई लकपा रीता भी एक गाइड थे इसलिए उन्हें पर्वतारोहण की प्रेरणा उन्हें अपने परिवार से विरासत के रूप में मिला था। वे खुद को अपनी संस्कृति और समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व मानते हैं और अक्सर पर्वतारोहण के दौरान पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने के लिए काम करते हैं।

अन्य पर्वत चोटियाँ:

कामी रीता ने केवल माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) ही नहीं, बल्कि अन्य प्रमुख पर्वत चोटियों पर भी चढ़ाई की है, जैसे कि:

  • K2 (दूसरी सबसे ऊंची चोटी)
  • Lhotse
  • Manaslu
  • Cho Oyu
  • Loste
  • Annapurna

Kami Rita Sherpa के प्रशिक्षण और मार्गदर्शन:

Kami Rita Sherpa पर्वतारोहण (Mountaineer) में प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। वे पर्वतारोहियों के लिए सुरक्षित और सफल चढ़ाई सुनिश्चित करने में मदद करते हैं। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव के कारण वे एक सम्मानित मार्गदर्शक माने जाते हैं।

Kami Rita Sherpa का सामाजिक योगदान:

Kami Rita Sherpa ने अपने समुदाय के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वे अपने गाँव में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रयासरत हैं। वे पर्यावरण संरक्षण के पक्षधर हैं और पर्वतों की स्वच्छता और सुरक्षा के लिए काम करते हैं।

उनका जीवन और उनकी उपलब्धियाँ पर्वतारोहण (Mountaineer) की दुनिया में एक प्रेरणा का स्रोत हैं। कामी रीता शेरपा इस रिकॉर्ड के साथ वे सेवन समिट्स (दुनिया के सात महाद्वीप में स्थित सात सबसे ऊंची चोटियां) तक पहुंचने वाले पहले नेपाली शेरपा भी है जो यह एक महान उपलब्धि और रिकॉर्ड है। उन्होंने अपने असाधारण समर्पण, साहस, और कौशल से यह सिद्ध कर दिया है कि समर्पण और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

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