Self Charging Mobile Phone Developed: दक्षिण कोरिया ने बदला चार्जिंग करने का तरीका:
वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी के तेजी के साथ विकाश के साथ जल्द ही एक ऐसा Self Charging Mobile Phone Developed होने जा रहा है जो सूर्य से आने वाली सौर ऊर्जा से पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है। इस Self Charging Mobile Phone का उपयोग करके उपयोगकर्ता बिना किसी रुकावट के अपने कार्य को निरंतर जारी रखने में सक्षम रहेगा। इस Self Charging Mobile Phone Developed करने के लिए innovative transition metal-based electrode materials का उपयोग किया गया है जो कि मोबाइल फ़ोन के power density को बढ़ाने में मदद करती है। तो आइए अब हम Self Charging Mobile Phone के बारे में विस्तार से जानेंगे।
Self Charging Mobile Phone को किसने किया है विकसित?
Self Charging Mobile Phone के developer के बारे में आपको बता दें कि यह South Korea की एक यूनिवर्सिटी “King Book National University” में Jeongmin Kim और Senior Researcher at DGIST (President Kunwoo Lee) द्वारा विकसित किया गया है। इस तरह के इनोवेशन (Innovation) मोबाइल के दुनियां में Self Charging Mobile Phone Developed आने वाले समय में फ़ोन चार्जिंग (Phone Charging) करने के तरीके को पूरी तरह से बदलकर रख देगा।
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Self Charging Mobile Phone की तकनीक कैसे कार्य करती है?
Self Charging Mobile Phone सूर्य से आ रही रोशनी के माध्यम से मोबाइल को चार्ज करेगा। Solar Energy को solar cells द्वारा कैप्चर किया जाता है, जो पतले, लचीले पैनल होते हैं जो सूर्य के प्रकाश को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। ये सौर सेल मोबाइल फोन की बॉडी के भीतर एम्बेडेड होते हैं, जो प्रभावी रूप से एक solar powered mobile phone बनाते हैं जो पर्याप्त रोशनी होने तक खुद को चार्ज करता है।
![Self Charging Mobile Phone](https://i0.wp.com/subahtimes.com/wp-content/uploads/2025/01/Self-Charging-Mobile-Phone-1.jpg?resize=1170%2C815&ssl=1)
Self Charging Mobile Phone के विकास में उपयोग किए गए महत्वपूर्ण Elements:
Self Charging Mobile Phone, Solar Energy और energy storage system का एक कॉम्बिनेशन है। इस तकनीक में इस्तेमाल होने वाला special device सुपरकैपेसिटर (Supercapacitors) है। यह सुपरकैपेसिटर (Supercapacitors) वह उपकरण (Device) है जो बड़ी मात्रा में electric charge को store करने और आवश्यकता पड़ने पर उसे release करने में सक्षम होता है। सुपरकैपेसिटर (Supercapacitors) मोबाइल फोन को सूर्य से आने वाली solar energy को electric energy में store करने में समर्थ और सक्षम बनाएंगे।
Researchers ने इस सौर कोशिकाओं (solar cells) को मोबाइल फोन कवर के साथ संयोजित करना संभव बना दिया है जो इसे दिन के दौरान self-chargeable करने योग्य बनाता है और यह stored electric energy मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं को इसे लंबे समय तक उपयोग करने में सक्षम बनाती है।
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यह तकनीक हर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की चार्जिंग प्रणाली में क्रांतिकारी (Revolutionary) बदलाव लाएगी जो मोबाइल को चार्ज करने की दिशा एक नया कदम है। इस इनोवेशन के दवारा Entertainment, Research, Calling, Messaging, Gaming और कई अन्य चीजों का उपयोग मोबाइल फ़ोन के माध्यम से बिना किसी रुकावट के उपयोग करने में समर्थ हो सकेंगे। इसका मतलब यह भी है कि, दिन के दौरान फोन लगातार चार्ज होता रहेगा और यह फोन को लंबे समय तक चार्ज करने में मदद करेगा और इस तरह से कोई भी अपने मोबाइल फोन में लंबे समय तक चार्ज की गई बैटरी का उपयोग कर सकता है।
Self Charging Mobile Phone में किस Basic Technology का इस्तेमाल किया गया है:
Self Charging Mobile Phone दो मुख्य तकनीक पर आधारित है:
- सौर ऊर्जा संचयन (Solar energy harvesting)
- ऊर्जा भंडारण (Energy storage)
Mobile Technology इस तकनीक को संभव और उन्नत बनाने के लिए सुपर कैपेसिटर (Super capacitors) का उपयोग किया जा रहा है जो सौर ऊर्जा (solar energy) से आने वाली ऊर्जा को electric energy में कन्वर्ट कर इसे संग्रहीत करने में समर्थ हैं सबसे बड़ी बात यह है की सुपर कैपेसिटर (Super capacitors) पारंपरिक चार्जिंग विधि की तुलना में तेज़ी से चार्ज और डिस्चार्ज करने में सक्षम हैं और सुपर कैपेसिटर पारंपरिक चार्जिंग विधि की तुलना में तेज़ी से चार्ज और डिस्चार्ज करती है।
Researchers ने इसको सछम और उन्नत बनाने के लिए इसमें Nickel और अन्य धातुओं का उपयोग किया गया है जो चार्जिंग को durable और sustainable बनता हैं। Testing के पहले phase में यह विकास 63% तक सफल रहा है और यह आशा की जाती है की यह निश्चित रूप से यह परीक्षण के दूसरे phase में पूरी तरह सफल होगा और आने वाले वर्षों में आप अपने हाथ में Self Charging Mobile Phone देखेंगे और यह मोबाइल industry में एक क्रांति होगा। Self Charging Mobile Phone developed की यह तकनीक अन्य चार्जिंग डिवाइस पर भी लागू होगी जो चार्जिंग डिवाइस के पहलू को पूरी तरह से बदल देगी।
Self Charging Mobile Phone की टेक्नोलॉजी कैसे करेगी वातावरण को प्रभावित?
Self Charging Mobile Phone का सबसे महत्वपूर्ण और benefit result यह है कि यह electronic waste और fossil fuel combustion के बोझ को कम करने की क्षमता रखता है, जिसके फलस्वरूप पहले की अपेछा मोबाइल फोन को बहुत बड़ी मात्रा में चार्ज करने के लिए किया जा सकता है। इस तरह यह तकनीक सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के चार्जिंग पहलू में क्रांति ला देगी। हम सभी जानते हैं की पारंपरिक electric generation method पूरी तरह से fossil fuels के combustion पर निर्भर होती है, जिससे बड़ी मात्रा में carbon emissions होते हैं जो आज के समय में प्रदूषण का मुख्य कारण है।
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इस mobile technology का पर्यावरण पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा! यह mobile technology electronic waste को कम करेगी, जो यह waste पर्यावरण और human existence के लिए बहुत खतरनाक और हानिकारक है। इस इलेक्ट्रॉनिक कचरे के प्रबंधन में बहुत ऊर्जा, समय और पैसा लगता है। दुनिया भर के सभी देशों के लिए इलेक्ट्रॉनिक कचरे को नियंत्रित करना और उसका management करना बहुत challenging है।
साल सरकार बहुत सारा इलेक्ट्रॉनिक कचरा इकट्ठा करती है, जो निश्चित रूप से mobile phone और उसके चार्जर से उत्पन्न होता है। Self Charging Mobile Phone developed के उपयोग से फोन से चार्जर पूरी तरह से गायब हो जाएगा और यदि मोबाइल फोन लंबे समय तक खुद को चार्ज करने में सक्षम होगा तो लोग बार-बार अपने मोबाइल फोन नहीं बदलेंगे और इस तरह इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम किया जा सकेगा। नियंत्रित करना और उसका management करना बहुत challenging है।
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