भारत और मालदीव (Bharat-Maldives) विवाद का मुख्य कारण है, मालदीव के युवा मामलों के मंत्रालय के तीन उप मंत्रियों – मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महज़ूम माजिद द्वारा हाल ही में भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी (Shri Narendra Modi) की लक्षद्वीप यात्रा के बाद भारत और प्रधान मंत्री के बारे में अपमानजनक, अशोभनीय और आपत्तिजनक टिप्पणियां किया गया था।
भारत और मालदीव (Bharat-Maldives ) विवाद की पुरी कहानी:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 2 जनवरी को लक्षद्वीप के दौरा पर गए थे। उन्होंने 5 जनवरी को ‘एक्स (previously known as Twitter ) सोशल नेटवर्किंग साइट पर लक्षद्वीप दौरे की कुछ तस्वीरें जिसमे समुद्र तट पर अपनी तस्वीर के साथ एक सुंदर पोस्ट साझा की और एक कैप्शन दिया जिसमें उन्होंने लिखा है-
“वह लोग जो अपने अंदर साहसिक भरे कार्य और रोमांच को अपनाना चाहते हैं तो लक्षद्वीप आपके सूची में होना चाहिए” (For those who wish to embrace the adventurer in them, Lakshadweep has to be on your list)
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पोस्ट किये गए इस मनमोहक लक्षद्वीप के समुद्र तट के फोटो और कैप्शन पुरे सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पीएम मोदी की पोस्ट किये गए तस्वीरों से अनुमान लगाया गया कि यह केंद्र शासित प्रदेश- लक्षद्वीप को मालदीव का विकल्प के रूप में में एक वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का प्रयास है। जिससे मालदीव के नव- निर्वाचित उप मंत्रियों (मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद ) को यह पोस्ट अच्छा नहीं लगा।
जिसके उपरांत उन्होंने पीएम मोदी और भारत पर अपमानजनक टिप्पणी किया। जिसमें मरियम शूइना ने प्लेटफॉर्म एक्स, पर एक पोस्ट के जरिए भारत (Bharat)और इजरायल के कनेक्शन को जोड़ा। इसने आदरणीय पीएम श्री नरेंद्र मोदी को ‘जोकर’ और ‘कठपुतली’ कहा था । इसके साथ ही उसके सहयोगियों ने भी टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की लक्षद्वीप यात्रा का मुख्य उद्देश्य वास्तव में मालदीव के पर्यटन को चुनौती देना था। जो अब इस घटिया और विवादित टिप्पणी को डिलीट कर दिया गया है।
भारत और मालदीव (Bharat-Maldives ) के विवाद का तत्काल भारत (Bharat) में प्रतिक्रिया:
मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणियों की भारत में बहुत आलोचना हुई। इस आलोचना के फलस्वरूप भारत के लोगों में तेज़ी के साथ मालदीव के बॉयकट की मांग उठने लगी। कई मशहूर हस्तियों जिसमे भारतीय खिलाड़ियों, फिल्मी हस्तियाँ और व्यापार संस्थापकों ने एक्स पर लोगों से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों की यात्रा करने का सपोर्ट किया और भारतीय लोगों से आग्रह भी किया।
इन महशुर हस्तियों में बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, सलमान खान, वरुण धवन और अक्षय कुमार और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद शमी के साथ पीवी सिंधु मुख्य है जिसने भारतीय लोगों से मालदीव के अपेछा ‘भारतीय द्वीपों और तटीय स्थलों की यात्रा करने की अपील की इसके साथ ही उन्होंने लक्षद्वीप में समुद्र तट पर्यटन को बढ़ावा देने के पीएम मोदी के आह्वान का भी पूर्ण समर्थन दिया है।
इसके साथ ही मोदी के सपोर्ट में मालदीव जाने के इच्छुक कई भारतीयों ने अपनी मालदीव छुट्टियों की बुकिंग रद्द कर दी । ध्यान देने वाली बात यह है कि लोग सोशल मीडिया पर लोग अपने कैंसिलेशन के स्क्रीनशॉट भी शेयर कर रहे हैं।
मानव सोनी (Travel Agents Association of India) के अनुसार “पिछले दो दिनों से, कई लोग मालदीव की अपनी यात्रा को पुनर्निर्धारित कर रहे हैं। और गर्मियों के लिए बुकिंग रुकी हुई है ।
ईज माई ट्रिप (EaseMyTrip) ने मालदीव की सभी बुकिंग को निलंबित करने का फैसला किया है। EaseMyTrip के को-फाउंडर और सीईओ निशांत पिट्टी ने एक्स पर “हमारे राष्ट्र के साथ एकजुटता में” हैशटैग #चलो लक्षद्वीप के साथ एक संदेश पोस्ट किया, इसके साथ ही लक्षद्वीप में समुद्र तट पर बैठे पीएम मोदी की एक तस्वीर शेयर की।
जबकि सोमवार को इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने व्यापार संघ के सदस्यों से मालदीव को बढ़ावा देना बंद करने की अपील की है। सोमवार को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने सभी घरेलू व्यापारियों और निर्यातकों से मालदीव के साथ व्यापारिक लेनदेन करने से परहेज करने को कहा है।
एक तरह से सभी पर्यटन व्यापार संघ और ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन (TAAI, TAFI, ATOAI, ADTOI, MICE etc.) सभी से अपील कर रहे हैं कि “मालदीव के मंत्रियों द्वारा व्यक्त की गई भारत विरोधी भावनाओं के मद्देनजर मालदीव को बढ़ावा देना बंद करें।”
ये सभी अपीलें व्यापारियों को एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित करती हैं और मालदीव के साथ सभी प्रकार के व्यापार संबंधों से अस्थायी तौर पर दूर रहकर इस तरह के व्यवहार के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेज रही हैं।
भारत और मालदीव (Bharat-Maldives ) के इस विवाद के बाद नेताओं और सरकारों की प्रतिक्रिया :
भारत सरकार ने इस मामले को मालदीव के सामने उठाया जिसके जवाब में मालदीव सरकार ने तुरंत रविवार को उन तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया। इसके बाद मालदीव सरकार ने एक बयान देकर यह स्पष्ट किया कि मालदीव सरकार इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियों से पूर्णतः अवगत है और यह टिप्पणियाँ एक तरह से व्यक्तिगत राय हैं इसलिए यह टिप्पणियां मालदीव सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती हैं।
मालदीव सरकार ने और कहा की सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास करती है। इसके आगे मालदीव सरकार ने यह भी कहा है की इसके अतिरिक्त, मालदीव सरकार ने यह भी व्यक्त किया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में एक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
भारत के द्वारा मालदीव के बॉयकटऔर बहिष्कार करने पर मालदीव के पूर्व मंत्री अहमद महलूफ ने रविवार को x सोशल मीडिया पर कहा कि अगर बहिष्कार होता है तो मालदीव देश की अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने लिखा है की –
“”मैं हमारे निकटतम पड़ोसी देश के बारे में संवेदनशील टिप्पणियों को लेकर बढ़ती स्थिति से बहुत चिंतित हूं। मालदीव का बहिष्कार करने वाले भारतीयों का हमारी अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव पड़ेगा। हमारे लिए इस तरह के अभियान से उबरना मुश्किल होगा। मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि “जितनी जल्दी हो सके इस समस्या को हल करने के लिए गंभीर कार्रवाई करें।”
उन्होंने आगे लिखा है की, “मालदीव के एक सामान्य नागरिक के रूप में, मैं मालदीव के कुछ लोगों द्वारा भारतीयों और प्रधान मंत्री के प्रति नस्लवादी टिप्पणियों के लिए माफी मांगता हूं।”
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद और पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने भी पीएम श्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मरियम शिउना की अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की और इसे “भयानक भाषा” बताया।
MATATO का भावपुर्ण अपील :
मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूर एंड ट्रैवल ऑपरेटर्स (Maldives Association of Tour and Travel Operators – MATATO) ने मंगलवार को EaseMyTrip के सीईओ निशांत पिट्टी से भावुकता पूर्ण निवेदन किया है की –
अफसोसजनक उन टिप्पणियों पर ध्यान न दें वे “सामान्य रूप से मालदीव के लोगों की भावनाओं को प्रतिबिंबित नहीं करते.” आगे उन्होंने लिखा है मालदीव की अर्थव्यस्था में भारतीय पर्यटकों का बहुत अधिक महत्त्व है और हमारे देशों को जोड़ने वाले बंधन राजनीति से ऊपर हैं।
MATATO ने सभी लोगों से “घृणित टिप्पणियों के जरिए दोनों देशों के बीच खाई को बढ़ाने से बचने की अपील की। उन्होंने ने कहा है की MATATO का बयान मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री (MATI) के बयान को फॉलो करता है, जिसने पीएम मोदी पर “अपमानजनक टिप्पणियों” की निंदा की थी।
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