Maharashtra New CM: देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे, 12 दिनों की खींचतान के बाद ऐतिहासिक फैसला

Subah Times
Maharashtra New CM

महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से चली आ रही राजनीतिक खींचतान के बाद, अब यह साफ हो गया है कि देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार राज्य के नए मुख्यमंत्री (Maharashtra New CM ) के रूप में शपथ लेंगे। 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के परिणाम आए थे, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चल रही अनिश्चितता के बाद अब 5 दिसंबर को मुंबई के आज़ाद मैदान में शाम 5:30 बजे देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद (Maharashtra New CM) की शपथ लेंगे। यह फैसला राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है।

चुनाव परिणाम के बाद की स्थिति :

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, लेकिन यह साफ नहीं था कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच महायुति (गठबंधन) की सरकार बनाने की चर्चाएँ तेज हो गई थीं। हालांकि, चुनाव परिणाम के बाद मुख्यमंत्री पद (Maharashtra New CM ) के लिए कोई स्पष्ट फैसला नहीं लिया गया था, जिससे राज्य में राजनीतिक असमंजस का माहौल बना रहा।

बीजेपी के नेताओं में मुख्यमंत्री पद (Maharashtra New CM ) के लिए कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन गठबंधन में मतभेदों के चलते यह निर्णय देर से लिया गया। 12 दिनों तक चले इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद, अंततः यह तय हो गया कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे।

बीजेपी की विधायक दल की बैठक :

4 दिसंबर को महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री पद (Maharashtra New CM ) के उम्मीदवार पर चर्चा की। इस बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित रहे। विजय रूपाणी ने सभी विधायकों से सलाह ली और मुख्यमंत्री के नाम पर सर्वसम्मति से निर्णय लेने की बात की।

बैठक में विधायक चंद्रकांत पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी वरिष्ठ नेताओं ने समर्थन दिया। इसके बाद यह फैसला लिया गया कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद (Maharashtra New CM ) की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पार्टी नेताओं ने इस निर्णय को राज्य के विकास और राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण माना।

Transgender Couple Parents: 2 किन्नर, जिया और जाहद की एक नई शुरुआत और नई पहचान

महायुति और गठबंधन में सहमति :

गठबंधन के भीतर कुछ मतभेद थे, खासकर शिवसेना के नेताओं को लेकर। एकनाथ शिंदे और अन्य शिवसेना नेताओं ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत की थी, लेकिन बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस के नाम पर सहमति दी। इस पर शिवसेना के नेताओं ने कोई विरोध नहीं किया और बीजेपी के निर्णय को स्वीकार किया।

हालाँकि, पार्टी के भीतर यह समझौता था कि मंत्रालयों के बंटवारे में सभी पार्टियों को भागीदारी मिलेगी। गठबंधन के नेताओं के बीच यह समझाया गया कि सत्ता में साझेदारी के तहत मंत्रालयों का वितरण होगा। इससे महायुति में एकता बनी रही और राजनीतिक संकट का समाधान हुआ।

5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह :

अब यह तय हो गया है कि देवेंद्र फडणवीस 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद (Maharashtra New CM) की शपथ लेंगे। मुंबई के आज़ाद मैदान में शाम 5:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस समारोह में मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्रियों के नाम की भी घोषणा की जाएगी। चर्चा है कि अजित पवार और एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दी जा सकती है।

शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ जोरों पर हैं। सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को समारोह में आमंत्रित किया जाएगा। इस दिन महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई शुरुआत होने वाली है, जिसमें फडणवीस के नेतृत्व में राज्य के विकास के लिए नए कदम उठाए जाएंगे।

Maharashra New CM
Maharashra New CM-Devendra Fadnavis

मुख्यमंत्री बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस की जिम्मेदारियाँ :

देवेंद्र फडणवीस के सामने अब कई बड़ी चुनौतियाँ हैं। उन्हें महाराष्ट्र के विकास के लिए नई नीतियाँ बनानी होंगी और राज्य की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने, किसानों की समस्याओं को हल करने और राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने पर विशेष ध्यान केंद्रित करना होगा।

साथ ही, कोरोना महामारी के बाद महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत बनाना भी एक बड़ी चुनौती है। राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचना का विकास और सरकारी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन करना उनकी प्राथमिकता होगी।

मंत्रिमंडल गठन और मंत्रालयों का वितरण :

शपथ ग्रहण के बाद मंत्रिमंडल के गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। यह तय किया जाएगा कि बीजेपी, शिवसेना और NCP के नेताओं को कौन से मंत्रालय मिलेंगे। फिलहाल यह चर्चा है कि बीजेपी को 21-22 मंत्रालय मिल सकते हैं, जबकि शिवसेना को 12 मंत्रालय दिए जा सकते हैं। अजित पवार को 9-10 मंत्रालय दिए जाने की संभावना है।

मंत्रिमंडल के गठन के बाद महायुति सरकार की प्राथमिकताएँ और योजनाएँ स्पष्ट रूप से सामने आएंगी। सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य के विकास को गति देना और जनता की समस्याओं का समाधान करना होगा।

आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी और रणनीति :

5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह (Maharashtra New CM ) के बाद, राज्य की राजनीति में नए जोश और ऊर्जा का संचार होगा। शपथ ग्रहण के बाद, देवेंद्र फडणवीस और उनके सहयोगी नेताओं की टीम राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियों में जुट जाएगी। अगले कुछ वर्षों में राज्य के विकास और जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए बीजेपी और उनके गठबंधन सहयोगियों को कई रणनीतिक कदम उठाने होंगे। अब फडणवीस के नेतृत्व में महायुति सरकार के सामने राज्य के विकास और जनता की उम्मीदों को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।

My travelling blog website- Exploring A Nature

Share This Article
Leave a comment