Kho-Kho World Cup 2025: भारत में पहली बार Kho-Kho World Cup 2025 का आयोजन किया गया, जो कि भारत के लिए एक खास उपलब्धि साबित हुआ। इस World Cup के दौरान भारत ने न केवल Kho-Kho खेल को विश्व स्तर पर एक पहचान दिलाई बल्कि साथ ही अन्य भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी प्रदान किया है। क्या आप जानते हैं भारतीय महिला वर्ग ने कितने स्कोर से नेपाल को हराकर यह World Cup अपने नाम किया? यदि नहीं, तो आइए विस्तार से जानते हैं।
महिला और पुरुष दोनों वर्गों ने नेपाल को हराकर Kho-Kho World Cup 2025 का खिताब किया अपने नाम, आइए विस्तार से जानते हैं।
भारत में यह खो-खो खेल Kho-Kho World Cup 2025 का आयोजन किया गया। यह खेल का आयोजन 13 जनवरी से 19 जनवरी तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में किया गया। साथियों, आपको बता दें कि इस दौरान भारत के दोनों वर्गों – महिला एवं पुरुष दोनों ने शानदार प्रदर्शन कर भारत को विश्व स्तर पर Kho- Kho खेल में एक ऐतिहासिक पहचान दिलाने में कामयाबी हासिल की है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया Kho Kho World Cup 2025 के सभी टीम मेंबर्स को शुभकामनाएं दीं।
Kho-Kho World Cup 2025: भारतीय महिला टीम का शानदार प्रदर्शन
इस विश्व स्तरीय खो-खो खेल में भारतीय महिलाओं ने फाइनल में नेपाल को 78-40 के स्कोर से हराकर यह खिताब अपने नाम किया है। साथियों, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत को फाइनल में उपलब्धि से पहले खो-खो खेल में काफी असफलता का सामना करना पड़ा था। परंतु इसके बावजूद भी उन्होंने अंत तक हिम्मत नहीं हारी और यह खिताब भारत के लिए जीता। इस भारतीय महिला टीम की कप्तान प्रियंका इंगले और स्टार खिलाड़ी अंशु कुमारी और मनमती धानी रहीं।
फाइनल मुकाबले में खेल की शुरुआत से ही भारतीय महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन किया। पहले टर्न में उन्होंने 34-0 के स्कोर से एक अच्छी शुरुआत की। दूसरे टर्न में नेपाल ने कुछ अंक प्राप्त किए। इसके पश्चात तीसरे टर्न में वापस भारतीय टीम ने 38 अंक प्राप्त करते हुए अंत में 78-40 के स्कोर से Kho-Kho खेल में जीत हासिल करने में कामयाबी हासिल की।
भारतीय महिला टीम ने Kho-Kho खेल के ग्रुप स्टेज में दक्षिण कोरिया, ईरान और मलेशिया जैसी टीमों को हराया। इसके साथ ही क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को हराया और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 66-16 से हराकर जीत हासिल की।
Kho-Kho World Cup 2025: भारतीय पुरुष टीम का कैसा रहा प्रदर्शन?
खो-खो में पुरुष वर्ग के बारे में जानकारी दें कि इन्होंने भी इस विश्वस्तरीय खेल में शानदार प्रदर्शन कर खास उपलब्धि हासिल की है। भारतीय पुरुष वर्ग ने नेपाल को 54-36 के स्कोर से हराकर यह खिताब अपने नाम किया है। इस भारतीय पुरुष टीम के कप्तान प्रतीक वाईकर और स्टार खिलाड़ी रामजी कश्यप और सुयश गरगेट रहे हैं।
Kho Kho खेल के फाइनल के पहले टर्न में भारतीय टीम ने 26 अंक अर्जित किए। इस पहले टर्न के दौरान नेपाल ने कोई अंक अर्जित नहीं किया। दूसरे टर्न के दौरान भारत के 18 एवं नेपाल के 8 अंक रहे। तीसरे टर्न में भारत ने 54-18 तक स्कोर पहुंचाते हुए अंत में 54-36 के स्कोर से जीत हासिल करते हुए यह Kho-Kho World Cup 2025 अपने नाम किया।
ग्रुप स्टेज के दौरान भी भारतीय पुरुष वर्ग ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने नेपाल को (42-37), ब्राजील को (64-34), पेरू को (70-38) और भूटान को (71-34) के स्कोर से हराया। इतना ही नहीं, क्वार्टरफाइनल में भारत ने श्रीलंका को 100-40 के स्कोर से एवं सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 60-18 के स्कोर से मात दी है।
Kho-Kho World Cup 2025: अन्य किन-किन टीमों ने लिया हिस्सा?
इस 2025 विश्वस्तरीय खो-खो खेल में कुल 41 देशों की टीमों द्वारा हिस्सा लिया गया है, जो कि नीचे दी गई सूची में इस प्रकार है।
Kho-Kho World Cup 2025: भारत के लिए क्यों है यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि?
यह Kho-Kho World Cup 2025 इतिहास का पहला विश्व कप है। इसमें भारत के दोनों वर्गों द्वारा शानदार प्रदर्शन किया गया है। यह भारत के लिए किसी ऐतिहासिक उपलब्धि से कम नहीं है। इस दौरान भारत को Kho-Kho जैसे पारंपरिक खेल को विश्व स्तर पर एक अलग पहचान दिलाई है। यह उपलब्धि आने वाले समय में भारतीय खिलाड़ियों को इस खेल को अपनाने एवं विश्व स्तर पर जीत हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।
Kho-Kho World Cup 2025: यह विश्व कप समाज में किस तरह बदलाव ला सकता है?
यह Kho-Kho खेल न केवल भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है यह Kho-Kho World Cup 2025 की जीत।
Kho-Kho World Cup 2025 में भारत की जीत समाज में कई प्रकार से सकारात्मक बदलाव ला सकती है, जो कि इस प्रकार है:
- खेलों के प्रति जागरूकता: इस पारंपरिक खेल का विश्व स्तर पर शानदार प्रदर्शन कई भारतीय अन्य खिलाड़ियों को इस खेल में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: महिलाओं द्वारा इस खेल में खिताब जीतना कई प्रकार से समाज में बदलाव ला सकता है, जैसे समाज में स्थित लैंगिक भेदभाव आदि को कम करने में।
- स्थानीय खेलों का विकास: Kho-Kho जैसे पारंपरिक एवं स्थानीय खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने की वजह से इस खेल के क्षेत्र में भी Kho-Kho खेल को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही अन्य सुविधाएं एवं संसाधन बढ़ेंगे।
साथियों, आप इस Kho-Kho World Cup 2025 के बारे में क्या सोचते हैं एवं महिला एवं पुरुष दोनों वर्गों द्वारा खो-खो में प्राप्त शानदार जीत किस प्रकार समाज में बदलाव ला सकती है, बताइए हमें कमेंट बॉक्स में और इस ही तरह की ट्रेंडिंग जानकारी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिए हमसे।