15 अक्टूबर 2025 की सुबह जब ‘Pankaj Dheer passes away’ की खबर आई, तो सोशल मीडिया से लेकर फिल्म जगत तक हर जगह शोक की लहर दौड़ गई।
क्या आपने कभी ऐसा चेहरा देखा है जो दशकों बाद भी लोगों की यादों में ताज़ा बना रहता है? अगर आपका जवाब “हाँ” है, तो यकीनन उस चेहरे में से एक होंगे महाभारत के ‘कर्ण’ — पंकज धीर। आज जब पूरी फिल्म और टीवी इंडस्ट्री “Pankaj Dheer passes away” की खबर से ग़मगीन है, तो हमारे मन में वही सवाल गूंजता है – आखिर ऐसे अभिनेता को कैसे भुलाया जा सकता है, जिसने भारतीय टेलीविज़न इतिहास में अमर किरदार गढ़े?
दिग्गज अभिनेता पंकज धीर का निधन 15 अक्टूबर 2025 को मुंबई में हुआ। वह 68 वर्ष के थे और लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। परिवार के अनुसार, उनकी तबीयत कुछ दिनों से लगातार बिगड़ रही थी और सोमवार सुबह उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार उसी दिन शाम 4:30 बजे मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके अंतिम संस्कार में सलमान खान से लेकर कुशाल टंडन और सिद्धार्थ मल्होत्रा सहित कई सितारे पहुंचे थे।
पंकज धीर मृत्यु समाचार अब सिर्फ़ एक खबर नहीं रह गई, बल्कि यह भारतीय मनोरंजन जगत के लिए एक गहरा भावनात्मक झटका है।
10 बातें जो हर प्रशंसक को जाननी चाहिए:
पंकज धीर से जुड़ी कुछ अहम और दिलचस्प बातें ऐसी हैं, जिन्हें हर प्रशंसक को ज़रूर जानना चाहिए। यह न केवल उनके जीवन और करियर की झलक देती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि Pankaj Dheer passes away के बाद भी उनका योगदान क्यों अमर है :
- निधन की तिथि और कारण:
दिग्गज अभिनेता पंकज धीर का निधन 15 अक्टूबर 2025 को मुंबई में हुआ। वे लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे। - 68 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस:
अपने शानदार अभिनय करियर के साथ उन्होंने 68 वर्ष की उम्र में ज़िंदगी को अलविदा कहा। - अंतिम संस्कार का विवरण:
उसी दिन शाम 4:30 बजे, मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान घाट में पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। - महाभारत के ‘कर्ण’ के रूप में घर-घर में पहचान:
महाभारत (1988) में निभाया गया ‘कर्ण’ का किरदार आज भी भारतीय टेलीविज़न इतिहास का सबसे यादगार पात्र माना जाता है। Mahabharat actor Pankaj Dheer death के बाद लोग आज भी उन्हें इसी भूमिका से याद कर रहे हैं। - पहला ब्रेक और शुरुआती सफर:
पंकज धीर ने 1983 में फिल्म Sookha से करियर की शुरुआत की और थिएटर से लेकर टीवी तक संघर्ष के दम पर अपनी जगह बनाई। - जन्म और शिक्षा:
उनका जन्म 9 नवंबर 1956 को पंजाब में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई St. Theresa’s High School, मुंबई से और कॉलेज की पढ़ाई MMK College से पूरी की। - पारिवारिक जीवन और शादी:
उन्होंने 1980 के दशक में जयंती धीर से विवाह किया। उनके दो बच्चे हैं — बेटा निकितिन धीर और बेटी निधि धीर। - बेटे निकितिन का सफल करियर:
बेटा निकितिन ने Jodhaa Akbar (2008) से डेब्यू किया और Chennai Express (2013) में खलनायक थंगाबली के रूप में खूब सराहे गए। - पुरस्कार और सम्मान:
पंकज धीर को Dadasaheb Phalke Film Foundation Award, Indian Icon Award और कई प्रतिष्ठित सम्मान मिले। उन्हें इंडस्ट्री में “एक्टर्स’ एक्टर” के रूप में जाना जाता था।
अमर विरासत और प्रेरणा:
आज जब पंकज धीर कैंसर से निधन की खबर हर किसी को भावुक कर रही है, तब भी Karna actor Pankaj Dheer biography आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उन्होंने अभिनय की दुनिया में ऐसी छाप छोड़ी है जो सदियों तक बनी रहेगी।
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कर्ण से घर–घर तक पहुँचा नाम:

पंकज धीर को सबसे ज़्यादा लोकप्रियता मिली 1988 में दूरदर्शन पर प्रसारित महाकाव्य सीरीज़ महाभारत में कर्ण की भूमिका निभाने से। “Mahabharat actor Pankaj Dheer death” शब्द आज सोशल मीडिया और न्यूज़ हेडलाइनों में ट्रेंड कर रहा है क्योंकि कर्ण का वो चेहरा, वो संवाद और वो गहराई आज भी दर्शकों के ज़ेहन में बसी है।
कर्ण जैसा जटिल और भावनात्मक किरदार निभाना आसान नहीं था, लेकिन पंकज धीर ने इसे इस तरह जिया कि वह भारतीय टेलीविज़न के इतिहास में ‘सबसे यादगार भूमिकाओं’ में से एक बन गया। उन्होंने न सिर्फ़ कर्ण की मजबूरी और वीरता को पर्दे पर उतारा, बल्कि दर्शकों को यह सोचने पर भी मजबूर किया कि धर्म और दोस्ती के बीच सही रास्ता कौन-सा है।
कैंसर से लंबी जंग:
दुर्भाग्य से, अभिनय के इस सफर को एक दुखद मोड़ तब मिला जब पंकज धीर को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा। लंबे समय तक चले इलाज और जद्दोजहद के बाद आखिरकार उन्होंने ज़िंदगी की लड़ाई हार दी। पंकज धीर कैंसर से निधन की खबर ने न सिर्फ़ उनके प्रशंसकों को बल्कि पूरी इंडस्ट्री को गहरे शोक में डाल दिया। करीब दो साल तक उन्होंने इस बीमारी से जंग लड़ी और अंत तक मज़बूत बने रहे। परिवार के सदस्यों और करीबी दोस्तों का कहना है कि उन्होंने आखिरी वक्त तक मुस्कुराना नहीं छोड़ा।
Karna actor Pankaj Dheer biography: अभिनय ही जीवन था-
अगर Karna actor Pankaj Dheer biography पर नज़र डालें तो यह सिर्फ़ एक कलाकार की कहानी नहीं, बल्कि संघर्ष, समर्पण और सफलता की यात्रा है। उन्होंने न सिर्फ़ भारतीय टीवी को नए मानक दिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गए। उनकी बायोग्राफी हमें सिखाती है कि सच्चा कलाकार वही होता है जो अपने किरदारों में जान डाल दे। चाहे वो ऐतिहासिक पात्र हो, खलनायक हो या एक साधारण पिता — पंकज धीर ने हर किरदार में अपनी आत्मा डाली।
शुरुआती सफर: थिएटर से टीवी तक
पंकज धीर का जीवन न केवल एक कलाकार की कहानी है, बल्कि संघर्ष, सफलता और समर्पण की प्रेरणा भी है। वे 9 नवंबर 1956 को जन्मे थे। पंकज धीर ने अभिनय की शुरुआत थिएटर से की। अभिनय के प्रति अपने जुनून के कारण उन्होंने कई टीवी शोज़ और फिल्मों में काम किया। शुरुआती दौर में उन्हें छोटे किरदार मिले, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
उन्हें पहला ब्रेक 1983 में फिल्म Sookha से मिला, और टीवी पर पहचान उन्हें महाभारत में ‘कर्ण’ की भूमिका से दी गई। जिसने उन्हें घर-घर तक मशहूर कर दिया। आगे चलकर उन्होंने अनेक फिल्मों और टीवी शोज़ में शानदार अभिनय किया। ‘बॉर्डर’, ‘बाहुबली: द बिगिनिंग’ (टीवी सीरीज़), ‘ससुराल सिमर का’ और ‘बेटा’ जैसे लोकप्रिय प्रोजेक्ट्स में उनकी उपस्थिति दर्शकों के बीच काफी सराही गई।
टीवी सीरियल ‘युग’ में निभाया गया अली ख़ान का किरदार भी लोगों के दिलों में बस गया। वहीं, 1994 से 1996 के बीच डीडी नेशनल पर प्रसारित हुए सुपरहिट धारावाहिक ‘चंद्रकांता’ में उनके द्वारा निभाया गया ‘शिव दत्त’ (चुनारगढ़ के राजा) का रोल आज भी दर्शकों को याद है — जो उनकी अदाकारी और व्यक्तित्व की गहराई को दर्शाता है।
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पंकज धीर – जीवन व करियर की मुख्य जानकारी:

पंकज धीर ने केवल टीवी तक खुद को सीमित नहीं रखा। उन्होंने बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में भी यादगार किरदार निभाए। सोल्जर, सनम, तहलका, खिलाड़ी जैसी फिल्मों में उनका अभिनय दर्शकों को लंबे समय तक याद रहेगा। टीवी पर भी उनका सफर लगातार जारी रहा और उन्होंने नए युग के दर्शकों को भी अपनी अदाकारी से प्रभावित किया।
परिवार और निजी जीवन:
व्यक्तिगत जीवन में पंकज धीर उतने ही सरल और विनम्र व्यक्ति थे, जितने पर्दे पर प्रभावशाली। Pankaj Dheer passes away की खबर ने सिर्फ़ उनके प्रशंसकों को नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवार और फिल्म इंडस्ट्री को भी गहरे सदमे में डाल दिया। उनका परिवार लंबे समय से बॉलीवुड और टीवी जगत से जुड़ा रहा है और आज भी उनके योगदान को सम्मान और प्रेम के साथ याद किया जाता है।
पंकज धीर ने अपनी जीवनसंगिनी जयंती धीर से 1980 के दशक के मध्य में विवाह किया था। दोनों की जोड़ी को इंडस्ट्री में हमेशा एक प्रेरणादायक उदाहरण माना गया, क्योंकि उन्होंने जीवन के हर उतार-चढ़ाव में एक-दूसरे का साथ निभाया। जयंती धीर लंबे समय तक परिवार और बच्चों की परवरिश पर केंद्रित रहीं और उन्होंने पर्दे के पीछे रहकर भी पंकज धीर के करियर को मज़बूत आधार दिया। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी हैं।
बेटा निकितिन धीर बॉलीवुड में एक जाना-माना चेहरा हैं, जिन्होंने 2008 में फिल्म Jodhaa Akbar से अपने करियर की शुरुआत की। उन्हें असली पहचान 2013 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म Chennai Express से मिली, जिसमें उन्होंने खलनायक थंगाबली की भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने Ready (2011), Dabangg 2 (2012), Housefull 3 (2016), Shershaah (2021) और Antim: The Final Truth (2021) जैसी कई लोकप्रिय फिल्मों में यादगार किरदार निभाए हैं। टीवी पर भी निकितिन ने Naagin 3 और Ishqbaaaz जैसे शो में अपने अभिनय का जलवा दिखाया है।
उनकी बेटी निधि धीर फिल्म इंडस्ट्री से दूर रहती हैं और निजी जीवन को प्राथमिकता देती हैं। हालांकि वह अक्सर पिता के साथ सार्वजनिक आयोजनों में देखी जाती रही हैं।
पंकज धीर अपने निजी जीवन में हमेशा ज़मीन से जुड़े इंसान माने जाते थे। उनके करीबी दोस्तों और सहकर्मियों के अनुसार, वे हर किसी से सहजता और आत्मीयता से मिलते थे। उन्होंने नई पीढ़ी के कई कलाकारों को अभिनय की बारीकियां सिखाईं और उन्हें इंडस्ट्री में पैर जमाने में मदद की।
उनका घर अक्सर इंडस्ट्री के दोस्तों, सहकर्मियों और परिवार के सदस्यों से भरा रहता था। Mahabharat actor Pankaj Dheer death के बाद उनके निवास स्थान पर कलाकारों, राजनीतिक हस्तियों और प्रशंसकों का तांता लगा रहा, जो इस महान अभिनेता को अंतिम विदाई देने पहुंचे।
इस तरह, चाहे वह एक पति के रूप में हो, पिता के रूप में या मार्गदर्शक के रूप में — पंकज धीर ने हर भूमिका को पूर्णता और समर्पण के साथ निभाया। आज जब पंकज धीर कैंसर से निधन की खबर लोगों को भावुक कर रही है, तो उनका परिवार ही नहीं बल्कि पूरा देश उनके व्यक्तित्व और योगदान को सलाम कर रहा है। Karna actor Pankaj Dheer biography हमें यह सिखाती है कि सच्चा अभिनेता वही होता है, जो न केवल पर्दे पर बल्कि अपने निजी जीवन में भी एक आदर्श बन जाए।

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सम्मान और यादें:
Pankaj Dheer passes away ने भारतीय फिल्म और टेलीविज़न जगत को गहरे शोक में डाल दिया है, लेकिन यह भी सच है कि उन्होंने अपने अभिनय, समर्पण और योगदान के ज़रिए वह मुकाम हासिल किया जिसे बहुत कम कलाकार पा सके हैं। पंकज धीर को उनके लंबे और शानदार करियर के दौरान कई राष्ट्रीय और संस्थागत पुरस्कारों से नवाज़ा गया, और उन्हें अक्सर इंडस्ट्री में “एक्टर्स’ एक्टर” कहकर सम्मानित किया जाता था।
पंकज धीर को मिले प्रमुख पुरस्कार और सम्मान:
35 साल के करियर में मिले ये बड़े सम्मान or जीवन व करियर की मुख्य जानकारी-

इंडस्ट्री की प्रतिक्रियाएं और श्रद्धांजलियां:
महाभारत” में ‘कर्ण’ का यादगार किरदार निभाने वाले 68 वर्षीय वरिष्ठ अभिनेता पंकज धीर के निधन की खबर ने पूरे फिल्म और टीवी जगत को गहरे शोक में डाल दिया। उनके निधन की सूचना सामने आते ही न सिर्फ़ प्रशंसकों, बल्कि तमाम सितारों के दिल भी टूट गए। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़ आ गई, जहाँ इंडस्ट्री के बड़े-बड़े नामों ने उन्हें याद करते हुए भावुक संदेश साझा किए और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की:
- अभिनेता गजेन्द्र चौहान ने लिखा: “कर्ण जैसे किरदार को निभाने के लिए जिस आत्मा और समर्पण की ज़रूरत होती है, वह सिर्फ़ पंकज धीर के पास थी। उनका जाना एक युग का अंत है।”
- वरिष्ठ अभिनेता अरुण बख्शी ने कहा: “वो सिर्फ़ अभिनेता नहीं, एक संस्था थे। उन्होंने हमें अभिनय नहीं, ज़िंदगी जीना सिखाया।”
- निर्देशक रवि चोपड़ा (जिन्होंने महाभारत निर्देशित की थी) ने अपने पुराने इंटरव्यू में कहा था: “अगर कर्ण के लिए पंकज नहीं होते, तो महाभारत आज वैसी नहीं होती जैसी बनी।”
- अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने ट्वीट किया: “उन्होंने जो गहराई और सच्चाई कर्ण में डाली, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए अभिनय की पाठशाला है।
- हेमा मालिनी ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “मैंने अपने करीबी दोस्त को खो दिया, मैं बेहद दुखी हूं। पंकज धीर एक स्नेही और प्रतिभाशाली अभिनेता थे, जिन्होंने ‘महाभारत’ में कर्ण के किरदार से सबका दिल जीता। मेरी संवेदनाएं उनकी पत्नी अनीता जी के साथ हैं।”
दर्शकों के दिलों और स्मृतियों में हमेशा ज़िंदा रहेंगे :

पंकज धीर ने न केवल टीवी और सिनेमा में एक अमिट छाप छोड़ी, बल्कि अपने किरदारों के ज़रिए लोगों के दिलों में एक अमर स्थान बना लिया। Mahabharat actor Pankaj Dheer death की खबर के बाद देशभर में उनके नाम से श्रद्धांजलि सभाएँ आयोजित की गईं और कई चैनलों ने उनके प्रसिद्ध किरदारों के विशेष प्रसारण भी किए।
उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि आज भी Mahabharat के दोबारा प्रसारण के समय दर्शक सोशल मीडिया पर #KarnaLivesOn जैसे हैशटैग ट्रेंड कराते हैं। उनके डायलॉग आज भी थियेटर छात्रों द्वारा अभ्यास में इस्तेमाल किए जाते हैं।
उनकी अदाकारी, संवाद अदायगी और किरदारों को आत्मा से जीने की क्षमता उन्हें बाकी कलाकारों से अलग बनाती थी। आज जब पंकज धीर कैंसर से निधन की खबर हर किसी को भावुक कर रही है, तो Karna actor Pankaj Dheer biography हमें यह याद दिलाती है कि सच्चे कलाकार कभी नहीं मरते – वे अपने किरदारों और विरासत के ज़रिए सदियों तक जीवित रहते हैं।
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आख़िरी शब्द:
पंकज धीर ने भारतीय टेलीविज़न और सिनेमा को जो विरासत दी, उसे भुलाया नहीं जा सकता। “Mahabharat actor Pankaj Dheer death” की यह खबर जितनी दुखद है, उतनी ही प्रेरणादायक भी है, क्योंकि यह हमें याद दिलाती है कि सच्चा कलाकार वही होता है जो पर्दे से उतर जाने के बाद भी ज़ेहन में बसा रहे।
पंकज धीर के कैंसर से निधन ने इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका दिया है, लेकिन Karna actor Pankaj Dheer biography हमेशा आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाती रहेगी कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो हर किरदार अमर बनाया जा सकता है। उन्होंने सिर्फ़ किरदार नहीं निभाए, उन्होंने उन्हें अमर कर दिया। यही वजह है कि Karna actor Pankaj Dheer biography सिर्फ़ एक कलाकार की नहीं, बल्कि भारतीय टेलीविज़न की कहानी भी है।
Pankaj Dheer passes away at 68, लेकिन उन्होंने जो इतिहास रचा, जो भावनाएं लोगों के दिलों में जगाईं — वो कभी नहीं मिटेंगी। उनके नाम के साथ जुड़ा हर किरदार, हर संवाद आने वाले सालों तक हमें प्रेरित करता रहेगा।



