Pahalgam Terrorist Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों ने गँवाई अपनी जान, जानिये मृतकों के बारे में

Pooja Kanjani

Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार शाम हुए आतंकवादी हमले में कार्वेनगर निवासी एक परिवार के दो सदस्य और पुणे से आया एक अन्य पर्यटक घायल हो गया। सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, संतोष जगदाले और कौस्तुभ गणबोटे को रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के उग्रवादियों ने बहुत करीब से गोली मारी। बताया जा रहा है कि संतोष जगदाले को तीन गोलियां लगी हैं और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुणे जिला प्रशासन के अनुसार, पुणे के एक अन्य पर्यटक एस भालचंद्र राव भी हमले में घायल हुए हैं।

जगदाले की बेटी असावरी ने कहा, “हम कश्मीर घूमने आये थे और आज हमारा यहाँ पहला दिन था और आज के दिन ही आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। मेरे पिता संतोष जगदाले और चाचा कौस्तुभ गणबोटे को गोली लगी है और उनका इलाज यहां चल रहा है।”

Pahalgam Terrorist Attack की वारदात :

आतंकवादियों ने संतोष जगदाले (54) को बाहर आकर कुरान की आयत सुनाने को कहा। जब वह ऐसा नहीं कर सका, तो उन्होंने उसे तीन बार गोली मारी: एक बार सिर में, फिर कान के पीछे और फिर पीठ में। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण हमले में परिवार को बहुत कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा। पिता को गोली मारने के बाद, बंदूकधारियों ने उसके बगल में लेटे उसके चाचा पर हमला किया और उन्हें पीठ में कई बार गोली मारी।

पुणे के सांसद और केंद्रीय सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री उरलीधर मोहोल ने कहा, “मैं इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं जगदाले और गणबोटे परिवारों के साथ लगातार संपर्क में हूं। हम महाराष्ट्र से आने वाले सभी पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मैंने कौस्तुभ की बेटी से बात की है। दुखद बात यह है कि उसके पिता को उसके सामने ही गोली मार दी गई। राहत कार्य चल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना (Pahalgam Terrorist Attack) की कड़ी निंदा की है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस हादसे के बाद तुरंत कश्मीर रवाना हो गए ।”

Barkha Madan : फ़िल्मी ग्लैमर की दुनिया को ठोकर मार कैसे बनी बरखा मदान बौद्ध भिक्षु सन्यासिनी

Pahalgam Terrorist Attack में गुजरात के दो घरों में बुझा चिराग, जयपुर निवासी निखिल भी हुआ हादसे का शिकार:

Pahalgam Terrorist Attack

यही नहीं इस हादसे (Pahalgam Terrorist Attack) में गुजरात के परिवार ने भी अपने घर के चिराग को खोया है। इस हादसे में नवविवाहित नेवी ऑफिसर विनय ने भी अपनी जान गंवाई। जयपुर में रहने वाले और दुबई में सीए के तौर पर काम करने वाले नीरज  उधवानी ने भी इस हादसे में अपनी जान गँवाई।

सभी मृतकों का परिवार पूरी तरह सदमे में है. हालाँकि सरकार केन्द्रीय और राज्य स्तर पर कश्मीर में गए टूरिस्ट की सहायता कर रही है और उन्हें भारत लाने का प्रयास कर रही है ।मृतकों में राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं।

कभी-कभी यात्रा पर निकले लोग अपनी ज़िंदगी के सबसे सुंदर पल बिताने की आशा लेकर घर से निकलते हैं, लेकिन किसी और की नफरत उनके सपनों को चकनाचूर कर देती है। Pahalgam Terrorist Attack ने न सिर्फ कई निर्दोष जिंदगियों को छीन लिया, बल्कि पूरे देश को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम वाकई सुरक्षित हैं?

इस लेख के माध्यम से हमने इस दर्दनाक हमले की भयावहता, पीड़ित परिवारों की पीड़ा और सरकार व प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया को समझने का प्रयास किया है। पर क्या इतना काफी है? क्या हम केवल शोक व्यक्त कर आगे बढ़ जाएं या इसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाएं?

प्रिय पाठकों, अब वक्त है सिर्फ पढ़ने और भूल जाने का नहीं, बल्कि साथ चलने और बदलाव की मांग करने का – क्या आपको लगता है कि ऐसे हमलों को रोकने के लिए सरकार को अपनी रणनीति में बदलाव करना चाहिए? क्या राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में सुधार ज़रूरी है?

आपके विचार इस विषय पर हमारी सोच को और व्यापक बना सकते हैं। नीचे कमेंट करें, अपनी राय रखें और इस गंभीर मुद्दे पर जागरूकता फैलाने में मदद करें।

हमारे देश के हर नागरिक की सुरक्षा सर्वोपरि है, और हम सबकी ज़िम्मेदारी है कि Pehlgam Terror Attack जैसे अमानवीय कृत्यों के खिलाफ एक सशक्त आवाज़ बनें।

Share This Article
Leave a comment