हर साल अक्टूबर के महीने में दुनिया की नज़रें स्टॉकहोम की ओर टिकी होती हैं। यही वह समय होता है जब Nobel Prize Chemistry 2025 जैसे विश्व के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। इस बार रसायन विज्ञान के क्षेत्र में जो खोज सम्मानित हुई है, उसने वैज्ञानिक सोच और मानव सभ्यता दोनों की दिशा बदलने की क्षमता दिखाई है। यह खोज है — MOF (Metal–Organic Framework) Technology Discovery और इसका क्रांतिकारी उपयोग CO2 Capture Innovation।
इस साल के Nobel Chemistry Winner 2025 हैं तीन महान वैज्ञानिक — जापान के Susumu Kitagawa, ऑस्ट्रेलिया के Richard Robson, और अमेरिका के Omar M. Yaghi। इन तीनों ने मिलकर ऐसी तकनीक विकसित की है जिसने पर्यावरण संरक्षण, जलवायु संकट से निपटने और ऊर्जा के नए स्रोतों की खोज में क्रांति ला दी है। यह खोज न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से बड़ी है, बल्कि मानव सभ्यता की जलवायु चुनौती के समाधान की ओर भी एक सशक्त कदम है।
इस लेख में हम जानेंगे:
- ये तीन वैज्ञानिक कौन हैं और उनका सफर कैसा रहा
- MOF क्या है, उसका विज्ञान और विशेषताएँ
- CO₂ कैप्चर तकनीक कैसे काम करती है और उसके लाभ
- MOF के अन्य उपयोग और भविष्य
- इस शोध के सामाजिक-औद्योगिक प्रभाव
- निष्कर्ष: यह खोज हमें क्या संदेश देती है
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Nobel Chemistry Winner 2025 – वैज्ञानिकों की जीवनी और प्रेरणादायक सफर:

Nobel Prize Chemistry 2025 केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं है, यह उन तीन महान मस्तिष्कों की वर्षों की मेहनत, समर्पण और नवाचार की पहचान है जिन्होंने रसायन विज्ञान को प्रयोगशाला से उठाकर वास्तविक दुनिया की समस्याओं के समाधान में बदला। इस साल के Nobel Chemistry Winner 2025 – प्रो. Susumu Kitagawa, प्रो. Richard Robson, और डॉ. Omar M. Yaghi – ने मिलकर MOF Technology Discovery और CO2 Capture Innovation जैसी तकनीकों के ज़रिए विज्ञान को एक नए युग में प्रवेश कराया है। आइए जानते हैं इन तीनों वैज्ञानिकों की प्रेरक जीवन यात्रा और उनके योगदान के बारे में विस्तार से
1. प्रोफेसर Susumu Kitagawa – “MOF Technology Discovery” के अग्रदूत:
- जन्म: 1949, क्योटो, जापान
- शिक्षा: टोक्यो विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में पीएचडी
- वर्तमान पद: क्योटो विश्वविद्यालय – प्रोफेसर और कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री लैब के निदेशक
प्रो. सुज़ुमु किटागावा का नाम Nobel Prize in Chemistry की इस ऐतिहासिक घोषणा में इसलिए शामिल हुआ क्योंकि उन्होंने सबसे पहले यह दिखाया कि Metal-Organic Framework (MOF) को कैसे स्थिर, नियंत्रित और प्रभावी बनाया जा सकता है। उनके शोध ने MOF Technology Discovery को औद्योगिक स्तर पर उपयोग योग्य बनाया।
उनके द्वारा विकसित तकनीकों से गैस अवशोषण, प्रदूषण नियंत्रण और CO2 Capture Innovation जैसे जटिल कार्य आज वास्तविकता बन चुके हैं। उन्होंने यह सिद्ध किया कि विज्ञान केवल प्रयोगशाला तक सीमित नहीं होना चाहिए बल्कि समाज और पर्यावरण की सेवा में लगाया जा सकता है।
2. प्रोफेसर Richard Robson – “Nobel Prize Chemistry 2025” के वास्तुकार:
- जन्म: 1939, मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया
- शिक्षा: यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न से केमिस्ट्री में डॉक्टरेट
- वर्तमान पद: प्रोफेसर एमेरिटस, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न
प्रो. रिचर्ड रॉब्सन को अक्सर “MOF के वास्तुकार” कहा जाता है। उन्होंने यह बुनियादी विचार प्रस्तुत किया कि धातु आयन और कार्बनिक लिगैंड्स मिलकर जालीदार संरचनाएं बना सकते हैं, जिन्हें बाद में MOF Technology Discovery के नाम से जाना गया।
उनके शोध ने आज के Nobel Prize in Chemistry के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक को जन्म दिया। रॉब्सन के काम ने औद्योगिक गैसों के चयनात्मक अवशोषण, कार्बन डाइऑक्साइड के कैप्चर और ऊर्जा भंडारण में नई संभावनाएं पैदा कीं। उनके योगदान के बिना Nobel Chemistry Winner 2025 का यह ऐतिहासिक क्षण संभव नहीं होता।
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3. डॉ. Omar M. Yaghi – “CO2 Capture Innovation” के नायक:
- जन्म: 1965, अमान, जॉर्डन
- शिक्षा: यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलिनॉय से पीएचडी
- वर्तमान पद: यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया, बर्कले – केमिस्ट्री प्रोफेसर
डॉ. याघी को आज Nobel Prize Chemistry 2025 में इसलिए सम्मानित किया गया क्योंकि उन्होंने “Reticular Chemistry” नामक एक नई शाखा की स्थापना की, जिसने MOF Technology Discovery को एक वैज्ञानिक जिज्ञासा से वास्तविक समाधान में बदल दिया।
उनकी टीम ने ऐसे MOF विकसित किए जो हवा से नमी निकालकर पानी बना सकते हैं और औद्योगिक गैसों से CO2 Capture Innovation को संभव बना सकते हैं। उनके काम ने Nobel Prize in Chemistry के दायरे को केवल खोज तक सीमित नहीं रखा बल्कि इसे समाज के हितों से सीधे जोड़ दिया।
याघी की कहानी इस बात की मिसाल है कि किस तरह एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाला व्यक्ति अपनी मेहनत और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पूरी दुनिया को बदल सकता है।
तीनों वैज्ञानिकों की साझा दृष्टि: विज्ञान को समाज के लिए बनाना:
तीनों Nobel Chemistry Winner 2025 वैज्ञानिकों का एक ही सपना था – विज्ञान को प्रयोगशाला से बाहर निकालकर जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और ऊर्जा संकट जैसी वास्तविक समस्याओं से जोड़ना। उनकी खोजों ने साबित किया कि MOF Technology Discovery केवल एक रासायनिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि एक सामाजिक क्रांति भी है।
आज उनके कार्य के कारण CO2 Capture Innovation जैसी तकनीकें औद्योगिक संयंत्रों, जल पुनर्प्राप्ति प्रणालियों और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में उपयोग हो रही हैं। यही कारण है कि इस साल का Nobel Prize Chemistry 2025 न केवल रसायन विज्ञान के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
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MOF Technology Discovery: विज्ञान का वह जाल जिसने बदल दी रसायन विज्ञान की दुनिया:

Metal-Organic Frameworks (MOFs) — यह शब्द आज विज्ञान के हर कोने में गूंज रहा है। यह मूल रूप से धातु आयन (metal ions) और कार्बनिक अणुओं (organic linkers) से बना एक छिद्रयुक्त ढांचा होता है। इसे आप एक विशाल जालीदार इमारत की तरह समझ सकते हैं, जिसमें हजारों छोटे-छोटे कमरे (pores) होते हैं। इन कमरों में गैस या तरल अणुओं को रोका, छाना और संग्रहीत किया जा सकता है।
MOF Technology Discovery की सबसे खास बात इसकी लचीलापन और नियंत्रण क्षमता है। वैज्ञानिक इसकी संरचना को अपनी जरूरत के अनुसार डिज़ाइन कर सकते हैं — मतलब अगर किसी खास गैस को पकड़ना है तो जाल उसी हिसाब से बनाया जा सकता है। यही वजह है कि MOF आज गैस स्टोरेज, दवा वितरण, जल निकासी, प्रदूषण नियंत्रण और यहां तक कि ऊर्जा उत्पादन में भी इस्तेमाल हो रहा है।
MOF की मुख्य विशेषताएँ:
- अत्यधिक सतह क्षेत्र: एक ग्राम MOF की आंतरिक सतह फुटबॉल मैदान जितनी हो सकती है।
- चयनात्मक अवशोषण: यह सिर्फ उसी अणु को पकड़ता है जिसे वैज्ञानिक चाहते हैं।
- डिज़ाइन योग्य संरचना: इसे विभिन्न अनुप्रयोगों के अनुसार बदला जा सकता है।
- ऊर्जा दक्षता: गैसों और तरल पदार्थों को अलग करने में यह पारंपरिक तकनीकों से कई गुना प्रभावी है।
आज MOF का उपयोग पानी को हवा से खींचने, औद्योगिक गैसों को अलग करने, और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों के उपचार में भी दवाओं की डिलीवरी के लिए किया जा रहा है।
CO2 Capture Innovation: जलवायु संकट से लड़ने की सबसे शक्तिशाली तकनीक-

पृथ्वी आज जिस सबसे बड़ी समस्या का सामना कर रही है, वह है ग्लोबल वार्मिंग। हर साल अरबों टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) वातावरण में छोड़ी जाती है, जिससे तापमान बढ़ता जा रहा है। यही गैस जलवायु परिवर्तन, हिमनदों के पिघलने, और समुद्र स्तर के बढ़ने जैसी समस्याओं के लिए जिम्मेदार है।
इसी समस्या का समाधान है — CO2 Capture Innovation। MOF आधारित तकनीक इस दिशा में सबसे बड़ी उम्मीद बनकर उभरी है। कुछ खास MOF संरचनाएं कार्बन डाइऑक्साइड अणुओं को विशेष रूप से आकर्षित करती हैं और अन्य गैसों को बाहर निकलने देती हैं। इस तरह औद्योगिक उत्सर्जन से CO₂ को अलग कर वातावरण में जाने से रोका जा सकता है।
CO2 Capture के प्रमुख लाभ:
- औद्योगिक धुएं से सीधे CO₂ को हटाया जा सकता है।
- पकड़ी गई गैस को नए ईंधन और रसायनों के उत्पादन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इससे ग्लोबल वार्मिंग को धीमा करने में मदद मिलती है।
- पर्यावरण नीतियों और “नेट-ज़ीरो” लक्ष्यों को प्राप्त करना आसान होता है।
MOF तकनीक की मदद से हवा से भी पानी निकाला जा सकता है। यह भविष्य में रेगिस्तानी क्षेत्रों के लिए भी वरदान साबित हो सकती है। ऐसी तकनीकें न केवल विज्ञान की जीत हैं बल्कि मानवता के अस्तित्व को सुरक्षित करने का साधन भी हैं।
समाज और उद्योग पर प्रभाव: MOF का भविष्य:
Nobel Prize in Chemistry किसी एक प्रयोग का सम्मान नहीं होता, यह मानव समाज को नई दिशा देने वाली खोज का प्रतीक होता है। MOF ने भविष्य के कई रास्ते खोल दिए हैं।
संभावित उपयोग:
- औद्योगिक प्रदूषण को कम करना।
- हाइड्रोजन और प्राकृतिक गैस स्टोरेज।
- हवा से पानी उत्पन्न कर जल संकट का समाधान।
- दवा वितरण और चिकित्सा में नई तकनीकें।
- स्मार्ट शहरों और हरित ऊर्जा परियोजनाओं में उपयोग।
भविष्य में MOF तकनीक को AI और मशीन लर्निंग के साथ जोड़कर और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। यह ऊर्जा उत्पादन, पर्यावरण संरक्षण और औद्योगिक प्रक्रियाओं को पूरी तरह बदल सकती है।
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विज्ञान की शक्ति और भविष्य की आशा:
Nobel Prize Chemistry 2025 ने यह साबित कर दिया है कि विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता के भविष्य को दिशा देने की क्षमता रखता है। MOF Technology Discovery और CO2 Capture Innovation जैसी खोजें न केवल पर्यावरणीय संकट का समाधान पेश करती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित भविष्य की नींव भी रखती हैं।
Nobel Chemistry Winner 2025 वैज्ञानिकों का यह कार्य दर्शाता है कि जिज्ञासा, शोध और नवाचार की कोई सीमा नहीं होती। विज्ञान केवल पुस्तकों या सिद्धांतों में नहीं, बल्कि हमारे जीवन के हर पहलू में सक्रिय है — चाहे वह ऊर्जा का उपयोग हो या जलवायु का संरक्षण।
आने वाले वर्षों में MOF तकनीक और भी विकसित रूप में मानव सभ्यता को नए युग में ले जा सकती है, जहां प्रदूषण घटेगा और पृथ्वी अधिक संतुलित होगी।
Nobel Prize in Chemistry हमें यह याद दिलाता है कि विज्ञान केवल ज्ञान का साधन नहीं, बल्कि मानवता के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है। यही कारण है कि Nobel Chemistry Winner 2025 की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
इन तीनों वैज्ञानिकों की जीवन-यात्रा यह सिखाती है कि यदि आपके भीतर जिज्ञासा, समर्पण और मेहनत है — तो कोई भी पृष्ठभूमि, देश या परिस्थिति आपके सपनों की राह में बाधा नहीं बन सकती। विज्ञान उन सभी का है जो सोचने और कुछ नया करने का साहस रखते हैं।
यह पुरस्कार विज्ञान की सीमाओं से आगे, मानवता के दिलों तक पहुँचा है। यह संदेश देता है —
“अगर सोच स्वच्छ है, तो भविष्य भी स्वच्छ हो सकता है।”
संदर्भ / Sources:
ये जानकारी निम्न प्रमाणित अंतरराष्ट्रीय स्रोतों पर आधारित है: