Himani Gurung Aditya L1: हिमानी गुरुंग जिन्हे इसरो की आदित्य-एल1 कार्यशाला के लिए पूर्वोत्तर से एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में चुना गया,जानिए विस्तारपूर्वक जानकारी।
असम के Digboi जिले के एक दूरस्थ गाँव Pawoi Bongao की रहने वाली Himani Gurung, मास्टर की पढ़ाई कर रही एक होनहार विद्यार्थी हैं। हाल ही में उन्हें ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा आयोजित ADITYA‑L1 Solar Astronomy Workshop में चुना गया है। यह चयन पूरे North‑East भारत के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि वह इस क्षेत्र की एकमात्र प्रतिभागी हैं जो इस राष्ट्रीय‑स्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुई है ।यह कार्यशाला 20 से 22 अगस्त तक केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित एक विश्वविद्यालय में आयोजित की जाएगी

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Himani Gurung Aditya L-1: पृष्ठ भूमि व बचपन से संबंधित जानकारी
Himani का जन्म और पालन‑पोषण Pawoi Bongao गाँव में हुआ, जहाँ सुविधाओं की कमी थी। उनके पिता Rudra Bahadur Gurung एक सामान्य किसान और चाय बगान में कार्यरत हैं। माता Mili maya Gurung भी घरेलू स्वरूप से परिवार का पालन‑पोषण करती हैं। आर्थिक तंगी और अविकसित परिवेश के बावजूद, Himani ने शिक्षा (Himani Gurung ISRO) में उत्कर्ष हासिल किया और अपने परिवार व गाँव के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं ।
Himani Gurung Aditya L1: हिमानी की शैक्षणिक यात्रा
शुरुआती शिक्षा Saint Mary’s School, Margherita में (Himani Gurung Assam) हुई।
उच्च माध्यमिक शिक्षा उन्होंने Salt Brook Academy, Dibrugarh से पूरी की।
स्नातक स्तर पर Dibrugarh University से Physics विषय में किया, जहाँ उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
वर्तमान में वह Tezpur University से Applied Physics & Astrophysics में मास्टर्स की पढ़ाई कर रही है।
Himani Gurung Aditya L1: ADITYA‑L1 मिशन की झलक
ADITYA‑L1 भारत का पहला सौर अवलोकन मिशन है, जिसे 2 September 2023, 11:50 IST को PSLV‑XL रॉकेट (C57) द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया।
यह अंतरिक्ष यान (Himani Gurung ISRO L1) पृथ्वी‑सूर्य बीच के Lagrange Point–1 (L1) पर एक halo कक्षा में कार्यरत है, जहाँ से यह सकल दिन, फोटोस्फेयर, क्रोमोस्फेयर और कोरोना की निरंतर निगरानी कर सकता हैं।
इस मिशन में कुल ७ वैज्ञानिक उपकरण (payloads) शामिल हैं:
Visible Emission Line Coronagraph (VELC)
Solar Ultraviolet Imaging Telescope (SUIT)
Solar Low Energy X-ray Spectrometer (SoLEXS)
High Energy L1 Orbiting X-ray Spectrometer (HEL1OS)
Aditya Solar wind Particle Experiment (ASPEX)
Plasma Analyser Package for Aditya (PAPA)
- Advanced Tri-axial High Resolution Digital Magnetometers
इन उपकरणों से प्राप्त आंकड़ों से सूर्य की Outer Atmospheric Dynamics, Coronal Heating, Solar Wind, Flare Activity इत्यादि की गहन समझ विकसित हो रही है।

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Himani Gurung Aditya L1: इस कार्यशाला का उद्देश्य और कार्यक्रम
यह Solar Astronomy Workshop विशेष रूप से Aditya‑L1 से प्राप्त data analysis और सौर वातावरण मॉडलिंग पर केंद्रित है।
कार्यशाला Inter‑University Centre for Astronomy and Astrophysics (IUCAA), ISRO, और Inter Institute for Research and Development of Physics द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई है ।
कार्यक्रम का आयोजन Thiruvananthapuram, Kerala में University College, Department of Physics में किया जाएगा, और यह तीन दिनों (Day‑hands‑on) की है।
कुछ स्रोतों के अनुसार, यह कार्यशाला ६ से ८ अगस्त २०२५ तक है , जबकि अन्य स्रोत इसे २० से २२ अगस्त २०२५ तक बता रहे हैं।
इसमें कुल ३७ प्रतिभागी पूरे भारत से चुने गए हैं, जिनमें Himani अकेली North‑East की छात्रा हैं ।
Himani Gurung Aditya L1: Himani का चयन-क्यों खास है ?
वह North‑East India की एकमात्र प्रतिनिधि हैं इस राष्ट्रीय कार्यशाला में।
एक छोटे गाँव से उठकर राष्ट्रीय स्तर की घटना में शामिल होना, युवाओं के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है।
उनकी चयन प्रक्रिया में अकादमिक उत्कृष्टता और लगन का योगदान शामिल है।
Himani Gurung Aditya L1: कार्यशाला में अध्ययन और लाभ से संबंधित जानकारी
विद्यार्थियों को ADITYA‑L1 से मिले वास्तविक सौर डेटा पर विश्लेषण करने का व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा।
ISRO और IUCAA के वैज्ञानिकों से सूर्य के Outer Layers, Magnetic Field डायनामिक्स, CMEs (Coronal Mass Ejections), Solar Wind आदि विषयों की सैद्धांतिक व प्रायोगिक जानकारी दी जाएगी।
इससे छात्र Modelling Techniques, सौर वातावरण की संरचना, UV Imaging (SUIT), कॉरोनल ऍस्पेक्ट्रोस्कोपी (VELC) जैसे उपकरणों की कार्यप्रणाली और डेटा इंटरप्रिटेशन सीखेंगे।

Himani Gurung Aditya L1: भविष्य की संभावनाएँ
Himani‑जी को मिलने वाला यह अनुभव उनके लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। आगे संभवतः:
वैज्ञानिक शोध कार्य (Research Projects) में शामिल हो सकती हैं,
ISRO अथवा IUCAA के सहयोग से अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित कैरियर बना सकती हैं,
North‑East क्षेत्र की छात्राओं के लिए रोल मॉडल बन सकती हैं।
Himani Gurung का चयन न केवल एक छात्रा की सफलता है, बल्कि यह असम और पूरे North‑East क्षेत्र के लिए राष्ट्रीय मान्यता का प्रतीक है।
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