Heart attack symptoms: हार्ट अटैक (Heart attack) एक गंभीर और जानलेवा स्थिति है, जो समय पर पहचान और इलाज न मिलने पर खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए हार्ट अटैक के लक्षण (Heart attack symptoms), चेतावनी संकेत (heart attack warning signs), और इसका सही इलाज (Heart attack treatment) जानना बहुत ज़रूरी है। अगर हम पहले से इसकी पहचान करना सीख लें और यह समझ लें कि हार्ट अटैक से कैसे बचा जा सकता है (How to prevent heart attack), तो हम अपने और अपने परिवार के जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं। इस लेख में हम हार्ट अटैक से जुड़ी जरूरी जानकारी साझा करेंगे, जो हर किसी के लिए जानना जरूरी है।
आज के समय में दिल की बीमारियाँ (heart diseases) बहुत ही सामान्य होती जा रही हैं। बदलती जीवनशैली, खानपान, तनाव और व्यायाम की कमी के कारण हार्ट अटैक (Heart Attack) के मामलों (Heart attack warning signs) में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। कई बार लोगों को शुरुआती लक्षणों की पहचान नहीं होती, जिससे समय पर इलाज नहीं हो पाता और जान का खतरा बढ़ जाता है। अगर हम हार्ट अटैक के मुख्य लक्षणों को पहचान लें और समय पर चिकित्सा सहायता लें, तो जीवन बचाया जा सकता है।
यहाँ हम बात करेंगे उन 7 मुख्य लक्षणों की जिन्हें कभी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। यह जानकारी बिल्कुल सरल भाषा में दी जा रही है ताकि हर कोई इसे आसानी से समझ सके।

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Heart attack symptoms: सीने में दर्द (Chest Pain या Discomfort)
कैसा होता है यह दर्द?
सीने में दर्द हार्ट अटैक का सबसे सामान्य लक्षण है। यह दर्द आमतौर पर छाती के बीच में होता है और इसे भारीपन, दबाव, जकड़न या जलन के रूप में महसूस किया जा सकता है। यह कुछ मिनटों तक रह सकता है, कभी-कभी रुक-रुक कर भी आ सकता है।
कब सतर्क हों(How to prevent heart attack)?
अगर दर्द 5 मिनट से अधिक समय तक बना रहे।
दर्द छाती से बाएँ हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल जाए।
आराम करने या साँस लेने में कठिनाई होने लगे।
क्यों खतरनाक है?
दिल को रक्त पहुँचाने वाली धमनियाँ जब ब्लॉक हो जाती हैं, तो दिल तक ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती, जिससे दिल का दौरा पड़ता है। यह दर्द उसी प्रक्रिया का संकेत हो सकता है।
Heart attack symptoms: साँस लेने में तकलीफ (Shortness of Breath)
क्या होता है?
जब दिल ठीक से खून पंप नहीं कर पाता, तो शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इससे मरीज को साँस लेने में कठिनाई होने लगती है।
लक्षण:
बिना किसी भारी काम के साँस फूलना।
छाती में जकड़न के साथ साँस की कमी।
नींद में साँस रुकने जैसी समस्या।
क्या करें?
अगर बिना किसी वजह के साँस चढ़ रही है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है कि दिल कमजोर हो रहा है या हार्ट अटैक आने वाला है।

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Heart attack symptoms: अचानक थकावट या कमजोरी (Sudden Fatigue or Weakness)
महिलाओं में सामान्य लक्षण:
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, महिलाओं को हार्ट अटैक से पहले अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है, भले ही उन्होंने कोई भारी काम न किया हो।
पहचान कैसे करें(How to prevent heart attack)?
रोज़मर्रा के छोटे काम जैसे चलना, सीढ़ियाँ चढ़ना या खाना बनाना करते हुए भी थकान महसूस होना।
अचानक शरीर में ऊर्जा की कमी।
गंभीर संकेत क्यों?
जब दिल ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर के अंगों को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती, जिससे कमजोरी महसूस होती है।
Heart attack symptoms: पसीना आना (Cold Sweat)
किस तरह का पसीना?
हार्ट अटैक के दौरान या उससे पहले ठंडा और चिपचिपा पसीना आ सकता है। यह ऐसा पसीना होता है जो गर्मी या शारीरिक श्रम के कारण नहीं होता।
संकेत:
ठंडे वातावरण में भी शरीर पसीने से भीग जाए।
चेहरे और गर्दन पर अचानक पसीना आना।
घबराहट और बेचैनी के साथ पसीना।
क्यों खतरनाक है?
यह हार्ट की समस्या और शरीर के तनाव (Heart attack) के कारण हो सकता है। ऐसे समय में ब्लड प्रेशर गिर सकता है, जो गंभीर स्थिति बनाता है।
Heart attack symptoms: चक्कर आना और बेहोशी (Dizziness or Fainting)
कारण:
जब दिल दिमाग तक पर्याप्त खून नहीं पहुँचा पाता, तो व्यक्ति को चक्कर आने लगते हैं। यह चेतावनी हो सकती है कि दिल का दौरा पड़ सकता है।
पहचान:
अचानक सिर घूमना।
आँखों के सामने अंधेरा छा जाना।
खड़े-खड़े गिर जाना या बेहोश हो जाना।
क्या करें?
ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि यह दिल की धड़कन में अनियमितता या दिल की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।

Heart attack symptoms: मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting)
सामान्य लक्षण या खतरे की घंटी?
यह लक्षण अक्सर पेट की बीमारी से जुड़े लग सकते हैं, लेकिन यह हार्ट अटैक का भी संकेत हो सकता है, खासकर महिलाओं में।
पहचान:
बिना किसी भोजन विषाक्तता के उल्टी होना।
पेट में भारीपन या अपच जैसा महसूस होना।
छाती में जलन के साथ मतली।
कब सतर्क हों?
अगर यह लक्षण किसी अन्य हार्ट अटैक के लक्षणों के साथ हो रहे हैं, तो इसे सामान्य अपच न समझें।
Heart attack symptoms: गर्दन, जबड़े, पीठ या बाँह में दर्द (Pain in Neck, Jaw, Back or Arm)
फैलने वाला दर्द:
हार्ट अटैक का दर्द सिर्फ छाती तक सीमित नहीं रहता। यह बाएँ हाथ, पीठ, गर्दन और जबड़े तक फैल सकता है।
कैसे पहचानें?
बाएँ हाथ में लगातार दर्द या झनझनाहट।
गर्दन या पीठ में अजीब खिंचाव या दबाव महसूस होना।
जबड़े में दर्द के साथ बोलने या खाने में कठिनाई।
क्यों होता है?
यह referred pain कहलाता है, जिसमें शरीर का एक हिस्सा दर्द करता है, लेकिन असली कारण किसी और अंग में होता है, जैसे दिल में।
Heart attack symptoms: किन लोगों को ज़्यादा खतरा होता है?
उम्रदराज़ लोग – 45 वर्ष से ऊपर के पुरुष और 55 वर्ष से ऊपर की महिलाएँ।
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज।
धूम्रपान करने वाले व्यक्ति।
अधिक कोलेस्ट्रॉल वाले लोग।
परिवार में दिल की बीमारी का इतिहास हो।
Heart attack symptoms: क्या करें अगर ये लक्षण (Heart attack treatment) नज़र आएँ?
तुरंत 108 या स्थानीय एम्बुलेंस को कॉल करें।
व्यक्ति को आराम की स्थिति में रखें।
उसे बैठाएँ, लेटने न दें यदि वह सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहा हो।
अगर उपलब्ध हो, तो Aspirin की एक गोली चबाने (Heart attack treatment) को दें (डॉक्टर से सलाह लें)।
अस्पताल पहुँचने तक निगरानी रखें।
दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, और इसकी सेहत को अनदेखा करना जान के लिए जोखिम बन सकता है। हार्ट अटैक के यह 7 लक्षण – सीने में दर्द, साँस की कमी, अचानक थकान, ठंडा पसीना, चक्कर आना, मतली और शरीर के अन्य भागों में दर्द – किसी भी उम्र के व्यक्ति में हो सकते हैं।
अगर आप या आपके किसी करीबी को ये लक्षण दिखाई दें, तो समय बर्बाद न करें और तुरंत चिकित्सा सहायता लें। जल्द इलाज मिलने से हार्ट अटैक के खतरे को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। याद रखें – समय पर इलाज ही जीवन रक्षा है।