D Gukesh Becomes India Best Chess Player:भारत में निरंतर शतरंज के क्षेत्र में बड़ी-बड़ी उपलब्धियां देखी जा रही हैं। पिछले साल Gukesh ने यंगेस्ट विश्व शतरंज चैंपियन बन भारत को शतरंज के क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान दिलाई है। इतना ही नहीं,Gukesh निरंतर कई उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। साथियों, आपको बता दें कि जनवरी में हुए Tata Steel Chess Tournament 2025 में Gukesh ने कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों को पीछे छोड़ विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है।आइए विस्तार से इस बारे में जानते हैं।
Tata Steel Chess Tournament 2025 में D Gukesh Becomes India Best Chess Player आइए जानते हैं किस प्रकार अर्जुन एरीगेसी से आगे निकले गुकेष ?
भारतीय शतरंज चैंपियन Gukesh निरंतर इस खेल के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करते हुए देश को सर्वोच्च स्थान पर प्रदर्शित कर रहे हैं और इस दौरान Tata Steel Chess Tournament 2025 में शतरंज के प्रसिद्ध खिलाड़ी अर्जुन एरीगेसी को पीछे छोड़ भारत के नंबर 1 खिलाड़ी का खिताब जीत चुके हैं। साथियों, क्या आप जानते हैं कि इस टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में भारतीय चेस चैंपियन ने कैसा प्रदर्शन किया और किन प्रसिद्ध शतरंज चैंपियन को पीछे छोड़ दिया? यदि नहीं, तो आइए जानते हैं।
D Gukesh Becomes India Best Chess Player: टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में डी गुकेश का प्रदर्शन
इस टूर्नामेंट के दौरान डी गुकेश ने पहले राउंड में नीदरलैंड के अनीश गिरी को हरा दिया। इसके साथ ही शतरंज खिलाड़ी पेंटाला हरिकृष्णा ने एरीगेसी को पीछे छोड़ दिया। दूसरे राउंड के दौरान भारतीय यंगेस्ट खिलाड़ी ने रूसी ग्रैंडमास्टर व्लादिमीर फेडोसीव के विरुद्ध ड्रा खेला और साथ ही एरीगेसी के खिलाफ भी ड्रा खेला गया। इसके पश्चात तीसरे राउंड के दौरान डी गुकेश ने ड्रा खेलने का निर्णय लिया। इस Tata Steel Chess Tournament 2025 के पांचवे राउंड में डी गुकेश ने जर्मनी के विंसेंट कीमर को हराकर अंक 3.5 अपने नाम किए। इस वजह से उनकी लाइव रेटिंग में काफी सुधार आया और वे विश्व में एक अच्छे स्थान पर देखने में कामयाब रहे।
D Gukesh Becomes India Best Chess Player: किस प्रकार विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंचे डी गुकेश?
इस Tata Steel Chess Tournament 2025 के दौरान Gukesh ने जर्मन ग्रैंडमास्टर विंसेंट कीमर को पीछे छोड़ विश्व में चौथे स्थान पर जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है। यह सफलता डी गुकेश ने विश्व चैंपियन का खिताब जीतने के बाद हासिल की है। इस जीत ने डी गुकेश को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
D Gukesh Becomes India Best Chess Player: कौन-कौन से सर्वोच्च सम्मान से नवाजे गए शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश?
प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी Gukesh को कई सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया है। हाल ही में सन 2024 में डी गुकेश को शतरंज खेल में शानदार प्रदर्शन के लिए भारतीय सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। साथ ही, आपको बता दें कि यह सर्वोच्च खेल सम्मान प्राप्त करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने सिर्फ 18 वर्ष की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की है।
D Gukesh Becomes India Best Chess Player: अन्य भारतीय खिलाड़ियों का Tata Steel Chess Tournament 2025 में प्रदर्शन
डी गुकेश के अलावा अन्य भारतीय शतरंज खिलाड़ियों ने भी टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है, जो कि इस प्रकार है:
आर. प्रज्ञानानंदा: टूर्नामेंट के दौरान आर. प्रज्ञानानंदा ने पी हरिकृष्णा को मात देने के पश्चात अर्जुन एरीगेसी को भी हराते हुए शानदार प्रदर्शन किया। प्रज्ञानानंदा ने 60 चालों के बाद एरीगेसी को हराया। इसके बाद उन्होंने लियोन ल्यूक मेंडोंका को 46 चालों से हराते हुए तीन अंक अपने नाम किए। इस तरह टूर्नामेंट के दौरान उनकी निरंतर जीत ने उन्हें प्रमुख खिलाड़ी के रूप में प्रदर्शित किया।
अर्जुन एरीगेसी: अर्जुन 21 वर्ष के एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं, जिन्होंने विश्वनाथन आनंद के बाद 2800 ELO रेटिंग अंक प्राप्त करने में कामयाबी हासिल की है। यह उपलब्धि उन्होंने 39वें यूरोपीय शतरंज क्लब कप में रूसी ग्रैंडमास्टर दिमित्री आंद्रेइकिन को हराकर हासिल की थी। इसके पश्चात उनकी लाइव रेटिंग 2802.1 अंक तक पहुंच पाई। इतना ही नहीं, अर्जुन ने शतरंज ओलंपियाड 2024 में भी बहुत अच्छे से प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता।
पेंटाला हरिकृष्णा: हरिकृष्णा ने 12 सितंबर 2001 को सबसे कम उम्र का ग्रैंडमास्टर खिताब अपने नाम किया। इस शतरंज यात्रा के दौरान उन्हें कई प्रमुख सम्मान जैसे 2001 में कॉमनवेल्थ चैंपियन, 2004 में विश्व जूनियर चैंपियन और 2011 में एशियाई व्यक्तिगत चैंपियन का खिताब जीतने में सफलता प्राप्त की है। हाल ही में हरिकृष्णा 2024 के शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य बने हैं।
लियोन मेंडोंका: लियोन ने सन 2021 में ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल करके भारत के 67वें ग्रैंडमास्टर बनने का गौरव प्राप्त किया। यह उपलब्धि उन्होंने 14 वर्ष, 9 महीने और 17 दिन की उम्र में हासिल की थी। इसके साथ ही टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए सफलता का परचम लहराया है।
D Gukesh Becomes India Best Chess Player: किस प्रकार डी गुकेश की निरंतर शतरंज में उपलब्धि समाज में बदलाव लाएगी?
Gukesh और अन्य शतरंज खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित होना न सिर्फ भारत के लिए गौरव है बल्कि एक प्रेरणा का स्रोत भी है। इस जीत की वजह से इस खेल के प्रति भारतीय खिलाड़ियों का रुझान बढ़ेगा।यह अन्य खिलाड़ियों को लक्ष्य के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए उत्साहित करेगा।भारतीय जनता के बीच खेलों के प्रति बनी हुई छवि को बदलने में भी मददगार होगा एवं माता-पिता अपने बच्चों को खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित करेंगे।
साथियों, आप D Gukesh Becomes India Best Chess Player यानी D Gukesh के इस Tata Steel Chess Tournament 2025 के दौरान शानदार प्रदर्शन के बारे में क्या सोचते हैं? और किस प्रकार यह खेल के प्रति मानसिकता में बदलाव ला सकता है? हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताइए।