PM Modi Inaugurates Pamban Bridge: साथियों, वर्तमान समय में सरकार द्वारा टूर और ट्रैवलिंग से संबंधित दिशा में काफी ध्यान दिया जा रहा है। इसके पीछे की वजह है कि इससे सरकार और लोगों को व्यापार दोनों को लाभ होता है। इसी दिशा में कुछ नया करने के लिए आज प्रधानमंत्री द्वारा पंबन ब्रिज (Pamban bridge inauguration) का उद्घाटन किया गया है।
पाठक, मैं जानना चाहूंगी कि क्या आप जानते हैं यह ब्रिज कहां पर स्थित है (Pamban bridge located)? यदि नहीं, तो लेख पढ़ते रहिए, इस संबंध में आपको जानकारी प्रदान की जाएगी। आप जानकर उत्सुक होंगे कि यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज (vertical lift sea bridge) है। इस Pamban bridge का इस्तेमाल खासकर रेलवे कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में किया जाएगा।
PM Modi Inaugurates Pamban Bridge: 6 अप्रैल (रविवार) को रामनवमी के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा किया गया उद्घाटन,Pamban bridge लगभग 2.07 किलोमीटर लंबा और पुराने ब्रिज की तुलना में 3 मीटर ऊंचा है।
साथियों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज, यानि दिनांक 6 अप्रैल 2025, को रामनवमी के पावन अवसर पर भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज का उद्घाटन (Pamban bridge inauguration) किया गया है। यह पल ओपन भी कर दिया गया है। यह अत्याधुनिक पुल तमिलनाडु में रामेश्वरम को मुख्य भूमि मंडपम से जोड़ता है और इंजीनियरिंग क्षमता को प्रमुख रूप से दर्शाता है। इस पुल की लंबाई लगभग 2.07 किलोमीटर है और साथ ही पुराने पंबन पुल की तुलना में 3 मीटर तक ऊंचा है, जिससे समुद्री जहाजों के लिए बेहतर नेविगेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस पुल को भारत की आधुनिक तकनीकी क्षमता और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक बताया जा रहा है।
PM Modi Inaugurates Pamban Bridge: वर्टिकल लिफ्ट पुल (vertical lift sea bridge) का क्या मतलब होता है?
वर्टिकल लिफ्ट पुल (vertical lift sea bridge) एक ऐसे प्रकार का पुल होता है जिसमें एक विशेष हिस्सा शामिल होता है। इस हिस्से का उपयोग कर ब्रिज को आसानी से ऊपर-नीचे किया जा सकता है। यह तकनीक के माध्यम से जहाजों को पुल के नीचे से गुजरने में आसानी होगी। इस प्रकार समुद्री यातायात और रेल यातायात दोनों को सुविधाजनक बनाया जा सकेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रकार के पुल में, एक सेंट्रल स्पैन लगा हुआ होता है, जिसे वर्टिकली उठाया जा सकता है। पंबन ब्रिज के संबंध में पूछा जाए तो इसका वर्टिकल लिफ्ट स्पैन 72 मीटर लंबा है और यह कई मीटर तक उठाया जा सकता है।
PM Modi Inaugurates Pamban Bridge: पंबन ब्रिज का रह चुका इतिहास
पंबन ब्रिज भारत के तमिलनाडु राज्य(Pamban bridge located) (Rameswaram, Tamil Nadu) में स्थित है, जो पंबन द्वीप को मुख्य भूमि मंडपम से जोड़ता है। यह रामेश्वरम के पास पाक जलसंधि को पार करता है और रामेश्वरम द्वीप को भारत के मुख्य भूभाग से जोड़ता है। आइए इस नए ब्रिज के तैयार होने से पहले के इतिहास से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं:
- शुरुआत की योजना (1870): 1870 में ब्रिटिश सरकार ने श्रीलंका (उस समय ‘सिलोन’) के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए मुख्य भूमि को पंबन द्वीप से जोड़ने की योजना बनाई थी।
- निर्माण कार्य की शुरुआत (1911): पुल का निर्माण अगस्त 1911 में शुरू किया गया था।निर्माण की शुरुआत के बाद यह ब्रिज 24 फरवरी 1914 को प्रारंभ किया गया और रामेश्वरम (पंबन द्वीप) को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ने लगा।
- 1964 में क्षति: सन 1964 के रामेश्वरम चक्रवात में यह पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिस वजह से इसे सुधारना पड़ा।
- 2009 में मजबूती का कार्य: सन 2009 में इस ब्रिज को भारी माल गाड़ियों का भार झेलने के अनुसार बनाने के लिए फिर से तैयार किया गया।
- 2013 में क्षति और मरम्मत: 2013 में एक नौसेना बार्ज से कुछ नुकसान पहुंचा, जिस कारण पायर्स की मरम्मत करनी पड़ी थी।
- 2016 में आधुनिक बदलाव: 2016 में रेलवे मंत्रालय द्वारा लगभग ₹25 करोड़ आवंटित किए गए ताकि पुराने उठने वाले हिस्से की जगह नया स्वचालित ट्रस सिस्टम का इस्तेमाल किया जा सके।
- 2018-2019 में दरार और सुधार: दिसंबर 2018 में एक हिस्से में दरार पाई गई, जिससे ट्रेन सेवा रोकनी पड़ी और मार्च 2019 में फिर से प्रारंभ किया गया।
- 2020 में नए ब्रिज की घोषणा: भारत सरकार द्वारा सन 2020 में ₹250 करोड़ की लागत से पुराने ब्रिज के पास एक नया रेलवे ब्रिज बनाने की घोषणा की गई थी।
- 2022 में पुराना ब्रिज बंद: दिसंबर 2022 में पुराने ब्रिज पर ट्रेनें चलना बंद कर दी गईं क्योंकि उसका एक हिस्सा ज़्यादा खराब हो चुका था। फरवरी 2023 में भारतीय रेलवे द्वारा सूचना दी गई कि ट्रेन सेवा तब तक शुरू नहीं की जाएगी जब तक नया ब्रिज पूर्ण रूप से तैयार नहीं हो जाता।
PM Modi Inaugurates Pamban Bridge: नए पंबन ब्रिज की विशेषताएं
भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए नए पुल(Pamban bridge) की विशेषताएं इस प्रकार हैं:
1. तकनीकी नवाचार:
- वर्टिकल लिफ्ट स्पैन: जैसा कि बताया गया, पुल के अंदर लगभग 72 मीटर लंबा वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है, जो कई मीटर तक उठाया जा सकेगा। यह जहाजों को पुल के नीचे से आसानी से गुजरने देने में मददगार रहेगा।
- ऑटोमैटिक सिस्टम: पुल का संचालन पूरी तरह से ऑटोमैटिक तरीके से किया गया है, जिसमें इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम का उपयोग किया गया है।
2. निर्माण सामग्री और डिज़ाइन:
- सामग्री: पुल हाई कैटेगरी के स्टील और कंक्रीट से तैयार किया गया है, जो इसे समुद्री वातावरण में प्रभावी कार्य करने लायक बनाता है।
- डिज़ाइन: इसमें दोहरी रेल पटरियों की व्यवस्था दी गई है, जो भविष्य में इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए तैयार किया गया है।
3. सुरक्षा और निगरानी:
- हाई रिजोल्यूशन कैमरे: पुल की सुरक्षा के लिए हाई रिजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी एक कमांड सेंटर से निगरानी की जाएगी।
- विंड स्पीड सेंसर: तेज हवाओं के दौरान ट्रेन यातायात को नियंत्रित करने के लिए विंड स्पीड सेंसर से जुड़े सिस्टम लगाए गए हैं।
4. लंबाई और ऊंचाई:
- लंबाई: पुल की लंबाई लगभग 2.07 किलोमीटर है।
- ऊंचाई: यह पुराने पंबन ब्रिज की तुलना में 3 मीटर ऊंचा है, जिससे समुद्री जहाजों के लिए बेहतर नेविगेशन संभव हो पाएगा।
5. निर्माण :
- निर्माण: इसे भारत सरकार के तहत बनाया गया है और इसकी अगले कई साल तक स्थायी रहने की उम्मीद की जा रही है।
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साथियों,PM Modi Inaugurates Pamban Bridge ने ऐतिहासिक अवसर के रूप में भारत की आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ा है।Pamban Bridge, जो कि भारत का पहला vertical lift sea bridge है, अब तकनीक और कनेक्टिविटी का प्रतीक बन चुका है। यह पुल Pamban bridge located तमिलनाडु में स्थित है और इसके माध्यम से यात्रियों और माल ढुलाई में काफी सुविधा मिलेगी।
Pamban bridge inauguration से यह पता चलता है कि भारत अब विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है। यह पुल केवल एक संरचना नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की एक सशक्त मिसाल के रूप में भी है। भारत सरकार द्वारा तैयार किए गए ब्रिज के संबंध में क्या सोचते हैं? यह किस प्रकार वहां की जनता के लिए मददगार रहेगा? बताइए हमें अपने विचार कमेंट बॉक्स के माध्यम से।