Groin Strain – क्या आपने कभी अचानक दौड़ते हुए या एक्सरसाइज करते समय जांघ के अंदरूनी हिस्से में झटका सा महसूस किया है? और फिर सोच में पड़ गए कि ये क्या हुआ? तो जनाब, हो सकता है कि आपको Groin Strain हो गया हो। आजकल के खिलाड़ियों और फिटनेस प्रेमियों के बीच ये समस्या बहुत आम होती जा रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये सिर्फ दर्द नहीं बल्कि एक गंभीर मांसपेशीय चोट (Groin injury) भी हो सकती है?
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे —
- Groin Strain क्या होता है?
- Groin injury symptoms क्या हैं?
- कैसे होता है इसका इलाज और घरेलू देखभाल
- और सबसे जरूरी, Groin pain reason in players यानी खिलाड़ियों में ये चोट इतनी आम क्यों है?
तो अगर आप भी क्रिकेट, फुटबॉल, जिम, रनिंग या कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है।
Groin Strain क्या होता है?
सीधे शब्दों में कहें तो Groin Strain यानी “जांघ की अंदरूनी मांसपेशियों में खिंचाव या चोट”। जब आप तेज़ दौड़ते हैं, अचानक रुकते हैं या दिशा बदलते हैं, कोई तेज़ मूवमेंट करते हैं, स्लाइड करते हैं, झुककर गेंद को पकड़ते हैं या किक मारते हैं, तब आपकी थाई (thigh) की अंदरूनी मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। यही ज़रूरत से ज़्यादा स्ट्रेच होने पर Groin muscle pull या फटने की स्थिति बन जाती है।
इस तरह की चोट अक्सर sports injury in thighs के रूप में सामने आती है और अगर समय पर इलाज न हो, तो यह लंबे समय तक दर्द और मूवमेंट में दिक्कत का कारण बनती है। यह चोट केवल प्रोफेशनल एथलीट्स तक सीमित नहीं है — ऑफिस वर्कर, स्टूडेंट्स, घरेलू महिलाएं, कोई भी अचानक exercise के दौरान लगी चोट का शिकार हो सकता है।
Groin Strain- खिलाड़ियों में क्यों ज्यादा होता है ग्रोइन स्ट्रेन ? जानिए इसका असली कारण:
अगर आप खेलों में रुचि रखते हैं, तो आपने हाल ही में सुना होगा दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर केशव महाराज को Groin Strain के चलते टेस्ट मैच से बाहर बैठना पड़ा। ये कोई एक घटना नहीं है। Groin Injury यानी जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव खासतौर पर क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और रग्बी जैसे खेलों में खेलने वाले खिलाड़ियों में बहुत आम
मांसपेशियां शरीर को स्थिर रखने और पैर को आगे-पीछे या अंदर-बाहर हिलाने में मदद करती हैं। जब खिलाड़ी बिना पर्याप्त वार्मअप किए, अधिक बल लगाते हैं या थके हुए शरीर से एक्सरसाइज करते हैं, तब यह खिंचाव Groin Pain in Players का कारण बनता है।
अब आप सोच रहे होंगे — क्या यह सिर्फ खिलाड़ियों को होता है? बिलकुल नहीं। यदि आप आम जीवन में भी अचानक भारी सामान उठा लें, झटके से झुक जाएं, या गलत पोस्चर में लंबे समय तक बैठें तो यह Groin Strain आपको भी हो सकता है। खासतौर पर यदि आपकी मांसपेशियां पहले से कमजोर हैं या लचीलापन कम है, तो जोखिम और बढ़ जाता है।
इसलिए चाहे आप खिलाड़ी हों या ऑफिस में बैठकर काम करने वाले व्यक्ति, इस समस्या को हल्के में न लें। सही व्यायाम, वार्मअप और सावधानी अपनाकर आप इससे बच सकते हैं।
Groin Strain के लक्षण क्या होते हैं?

अब सवाल है — कैसे पहचानें कि ये दर्द सामान्य खिंचाव है या गंभीर Groin Strain? यह रहे कुछ common groin injury symptoms:
- जांघ के अंदरूनी हिस्से में अचानक तेज़ दर्द
- चलने, बैठने या उठने में तकलीफ
- सूजन, या मांसपेशियों में गांठ जैसा एहसास
- कोई भी हलचल करने पर झटका या जलन
- गंभीर मामलों में नीलापन या पर्पल discoloration
अगर आप भी इनमें से कोई लक्षण अनुभव करते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह थाई मसल इंजरी के लक्षण हो सकते हैं जो आगे चलकर क्रॉनिक पेन में बदल सकते हैं।
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Groin Strain -ग्रोइन स्ट्रेन कितने प्रकार का होता है?
Groin strain को अक्सर उसकी गंभीरता के आधार पर तीन भागों में बांटा जाता है:
- Grade 1 (माइल्ड खिंचाव):
- हल्का दर्द
- मूवमेंट संभव लेकिन थोड़ा तकलीफदेह
- मांसपेशी पूरी तरह फटी नहीं होती
- Grade 2 (मॉडरेट स्ट्रेन):
- चलने में तकलीफ
- सूजन और जलन
- मांसपेशी आंशिक रूप से फटी होती है
- Grade 3 (सीवियर इंजरी):
- तेज दर्द
- चलना लगभग नामुमकिन
- मांसपेशी पूरी तरह से फटी होती है — सर्जरी की ज़रूरत पड़ सकती है
इसलिए अगर दर्द ज्यादा है और मूवमेंट संभव नहीं, तो यह सिर्फ खिंचाव नहीं बल्कि एक major groin muscle tear हो सकता है।
Groin Strain -इलाज और घरेलू देखभाल कैसे करें?

अगर आपको Groin strain treatment के लिए डॉक्टर के पास जाने में समय लगे, तो इन घरेलू उपायों से आराम मिल सकता है:
- I.C.E. तकनीक (Rest, Ice, Compression, Elevation)
- हल्दी वाला दूध, सेंधा नमक से सिकाई,
- फिजियोथेरेपी सेशन (Physio therapy for groin pain)
- हर्बल सप्लीमेंट्स (जैसे अश्वगंधा – डॉक्टर की सलाह से)
धीरे-धीरे light stretching और strengthening exercise शुरू करें — खासतौर पर groin muscle pull treatment एक्सरसाइज़। लेकिन ध्यान रहे, बिना फिजियो की निगरानी में स्ट्रेचिंग शुरू करना नुकसानदायक हो सकता है।
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Groin Strain बचाव के लिए क्या करें?
“बचाव इलाज से बेहतर है”, और Groin Strain में ये 100% सच है।
- हमेशा वॉर्मअप और स्ट्रेचिंग करें
- मांसपेशियों को लचीला और मजबूत बनाए रखने के लिए योग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें
- तेज़ मूवमेंट या भारी वेट उठाते वक्त सतर्क रहें
- और सबसे जरूरी थकावट में एक्सरसाइज न करें
Groin injury symptoms और sports injury in thighs से बचना चाहते हैं, तो ये आदतें अपनाना ज़रूरी है।
Groin Strain डॉक्टर से कब मिलें?
अगर आपको ये संकेत दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत मिलें:
- दर्द 7 दिनों से ज्यादा बना रहे
- चलने या उठने में गंभीर परेशानी
- घरेलू उपायों से कोई फर्क न पड़ रहा हो
- सूजन बढ़ रही हो या मांसपेशी फटने का शक हो
Sports physiotherapy treatment या ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट से सलाह ज़रूरी है।
Groin Strain शरीर है तो जिंदगी है, दर्द को नजरअंदाज मत करें, सावधानी ही सबसे बड़ा इलाज है:
तो दोस्तों, अब आप जान चुके हैं कि Groin Strain कोई सामान्य दर्द नहीं है। यह खिलाड़ियों से लेकर आम लोगों तक सभी को प्रभावित कर सकता है। जरूरी है कि आप अपने शरीर को समझें, समय पर संकेत पहचानें और बिना देर किए इलाज लें।
तो अगली बार जब जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव हो या Groin pain in athletes जैसा कोई लक्षण (Groin Injury Symptoms ) दिखें तो सावधान रहें, उसे हल्के में न लें— क्योंकि आपका शरीर आपका पहला साथी है — इसे दर्द में अकेला मत छोड़िए।। सही वॉर्मअप, स्ट्रेचिंग, पोषण और आराम के ज़रिए आप न सिर्फ इस चोट से बच सकते हैं बल्कि मांसपेशियों को अंदर से मज़बूत भी बना सकते हैं।
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आपका शरीर आपकी ज़िम्मेदारी है, उसे सही देखभाल और ध्यान दें। खेल हो या रोजमर्रा की ज़िंदगी, सेहत सबसे बड़ी पूंजी है।
अगर आप खिलाड़ी हैं या किसी चोट से परेशान हैं, तो इस लेख को अपने दोस्तों या कोच के साथ ज़रूर साझा करें — क्योंकि जानकारी बांटने से बचाव बढ़ता है।