Generative AI in India: दोस्तों, अब वो समय चला गया जब हम कहते थे — “मशीनें सोच नहीं सकतीं!” आज का दौर “मशीनें सोचेंगी” से भी आगे निकल चुका है। अब बात हो रही है Generative AI in India की — यानी ऐसी तकनीक जो खुद टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो या वीडियो तैयार कर सकती है। सोचिए ज़रा — जो काम कभी इंसान के दिमाग और कल्पना की सीमा में थे, अब वही काम AI मिनटों में कर रहा है।
तो आइए, इस लेख में साथ मिलकर समझते हैं कि Generative AI in India भारत में किस नए युग की शुरुआत कर रहा है, किन उद्योगों में सबसे बड़ा बदलाव ला रहा है, और कैसे आने वाले सालों में यह तकनीक हमारी नौकरियों, अर्थव्यवस्था और रोज़मर्रा की ज़िंदगी को नया आकार देने वाली है।
भारत में Generative AI in India का विकास – शुरुआत से वर्तमान तक:
सोचिए, टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से बदल रही है कि कल जो असंभव लगता था, आज हकीकत बन चुका है। क्या आपने कभी सोचा है कि Generative AI in India ने भारत में इतनी तेजी से जगह कैसे बनाई? आइए जानें, भारत में AI की यह यात्रा कैसे शुरू हुई और आज कहाँ तक पहुँच चुकी है…
भारत सरकार ने डे-क्म्पटीटिव AI रणनीति को बढ़ावा देने के लिए IndiaAI Mission 2025 और सम्वन्धित पहलें शुरू की हैं, जिनमें 31 जनवरी 2023 को पहला राउंड-टेबल, 28 फरवरी 2023 को नैतिक मुद्दों पर चर्चा, और 24 अप्रैल 2023 को अर्थतंत्र के अवसरों पर विश्लेषण सम्मिलित था।
दक्षिण एशिया में भारत अब Generative AI adoption में अग्रणी है — एक रिपोर्ट में बताया गया कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत में GenAI उपयोग में अगले पाँच वर्षों में दैनिक उपयोग 182 % बढ़ सकता है। Deloitte मार्केट द्वारा भी संकेत मिल रहे हैं — भारत में Generative AI in India मार्केट ने 2024 में USD 1,022.7 मिलियन का राजस्व उत्पन्न किया था और 2030 तक USD 8,335.4 मिलियन तक पहुँचने का अनुमान है, अनुमानित CAGR ≈ 34.4%। यही कारण है कि भारत को अब Asia-Pacific का सबसे तेज़ी से बढ़ता AI hub माना जा रहा है, जहाँ Generative AI in India न केवल तकनीकी बल्कि सामाजिक परिवर्तन की दिशा तय कर रहा है।
इस तरह, भारत में Generative AI in India अब सिर्फ प्रयोग का विषय नहीं रहा — बल्कि तेज़ी से विकास-पथ पर अग्रसर है।
Generative AI industry impact: जनरेटिव AI किन-किन उद्योगों को बदल रहा है:

सोचिए, अगर आपके रोज़ के काम AI कर दे, तो आप क्या करेंगे? Generative AI in India अब सिर्फ एक तकनीक नहीं, पूरी इंडस्ट्री की रफ़्तार बन चुका है — चलिए देखते हैं किस-किस सेक्टर में क्रांति आ रही है…
वित्तीय सेवाएँ (Finance & Banking):
कभी बैंक में लंबी लाइन लगाई है? अब वो दिन धीरे-धीरे ख़त्म हो रहे हैं! क्योंकि AI पैसे और डेटा—दोनों को बहुत तेज़ी से संभाल रहा है… एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में Generative AI in India 38 मिलियन (3.8 करोड़) नौकरियों को प्रभावित कर सकता है और संगठित क्षेत्र की उत्पादकता में 2.61 % तथा असंगठित क्षेत्र में 2.82 % तक की वृद्धि संभव है।
उदाहरण के तौर पर, वित्तीय संस्थाओं में अब ऑडिट रिपोर्ट, टैक्स लेखन, ग्राहक सेवा चैटबॉट आदि काम GenAI द्वारा स्वचालित हो रहे हैं — जिससे खर्च कम और गति बढ़ रही है।
सूचना-प्रौद्योगिकी एवं बीपीओ (IT & BPO):
दोस्तों, IT सेक्टर हमेशा बदलाव के साथ चलता है — और अब उसकी गति AI ने दोगुनी कर दी है! क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोडिंग से लेकर कस्टमर सपोर्ट तक, Generative AI in India सबमें साथ दे रहा है?
एक सर्वे के अनुसार, भारत की लगभग $254 बिलियन की आईटी इंडस्ट्री में Generative AI in India अगले पाँच वर्षों में 43-45% तक उत्पादकता बढ़ा सकता है। सॉफ्टवेयर विकास में ~60% सुधार, बीपीओ सेवाओं में ~52% और आईटी कंसल्टिंग में ~47% सुधार देखने को मिलेगा — ऐसा EY India ने कहा है।
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शिक्षा, स्वास्थ्य, मनोरंजन (Education, Healthcare, Media):
सोचिए—पढ़ाई आपकी समझ के हिसाब से, इलाज मरीज के हिसाब से, और मनोरंजन आपकी पसंद के हिसाब से! यही तो AI कर रहा है…
Generative AI in India अब मरीज़ों के मरीज डेटा सारांशित करने, personalised लर्निंग प्लान बनाने, मीडिया कंटेंट और स्क्रिप्ट उत्पन्न करने जैसे काम कर रहा है। भारत की रिपोर्ट कहती है कि 2030 तक Generative AI in India भारत के GDP में US$ 359-438 बिलियन तक योगदान दे सकता है।
स्टार्टअप एवं नवप्रवर्तन (Startups & Innovation):
अगर आपके पास आइडिया है — तो AI उसे हकीकत में बदलने के लिए तैयार है! भारत के युवा अब दुनिया को दिखा रहे हैं कि “Innovation Made in India” कैसा होता है…
भारत का AI startups in India इकोसिस्टम अब तीव्र गति से बढ़ रहा है — पिछले वर्ष में लगभग 3.7 गुना वृद्धि देखी गई। कई युवा कंपनियाँ विभिन्न भारतीय भाषाओं में AI मॉडल बना रही हैं, जिससे भारत-विशिष्ट उपयोगकर्ता अनुभव संभव हो रहा है।
AI startups in India- भारतीय कंपनियाँ और AI स्टार्टअप्स:
क्या आप जानते हैं कि भारत अब सिर्फ AI का उपयोग नहीं कर रहा — बल्कि AI बना भी रहा है? चलिए मिलते हैं उन भारतीय कंपनियों से जो दुनिया में छाप छोड़ रही हैं…
भारत में GenAI स्टार्टअप्स का एक नया चरण शुरू हुआ है — उदाहरण के लिए Sarvam AI, Krrutrim AI (ओला द्वारा समर्थित), Yellow.ai, Haptik इत्यादि । ये कंपनियाँ न सिर्फ वैश्विक मॉडल्स को अनुप्रयुक्त कर रही हैं, बल्कि भारतीय भाषाओं एवं उपयोगकर्ता-परिदृश्यों के अनुरूप मॉडल विकसित कर रही हैं। ऐसे नवप्रवर्तन से “AI for everyone” की दिशा में भारत ने कदम बढ़ाया है।
सरकारी प्लेटफार्म भी समर्थन दे रहे हैं — INDIAai पोर्टल ने GenAI पर रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें बताया गया है कि 2030 तक GenAI भारत के GDP में 5.9-7.2 % का अतिरिक्त योगदान दे सकता है।

India AI Mission 2025- सरकार और शिक्षा संस्थानों की साझेदारी:
तकनीक तभी आगे बढ़ती है, जब सरकार और शिक्षा साथ चलें! भारत में यही साझेदारी AI को और मजबूत बना रही है… IIT Madras, IISc Bangalore और IIIT Hyderabad जैसे संस्थान अब भारत में GenAI शोध का केंद्र बन रहे हैं। ये संस्थान भारत सरकार के IndiaAI Mission के साथ मिलकर नए AI मॉड्यूल, ethical datasets और हिंदी समेत भारतीय भाषाओं के लिए मॉडल विकसित कर रहे हैं।
Generative AI industry impact- रोजगार एवं कौशल परिवर्तन:
सबसे बड़ा सवाल — “AI से नौकरियों पर क्या असर पड़ेगा?” डरना मत! सही कौशल अपनाया तो नौकरियाँ जाएँगी नहीं, बल्कि नई नौकरियाँ बनेंगी…
जहाँ एक ओर GenAI नए अवसर ला रहा है, वहीं दूसरी ओर यह कौशल-चुनौतियाँ भी लेकर आ रहा है। EY India की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 60% संगठन मानते हैं कि GenAI का प्रभाव बहुत उच्च होगा, लेकिन केवल 36% ही इसे लेकर पूरी तरह तैयार हैं।
201 PhD प्रोग्राम्स और AI-संबंधित पाठ्यक्रमों की कमी भारत को वैश्विक AI टैलेंट रेस में पिछड़ने का खतरा बना रही है। 2025 तक भारत सरकार ने National AI Skilling Framework लागू करने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य 10 लाख युवाओं को GenAI और Machine Learning से प्रशिक्षित करना है।
उदाहरण के लिए, कॉल-सेंटर सेवाओं में GenAI एजेंटों की तैनाती से 70-90% तक स्वचालन संभव हो गया है, जिससे पारंपरिक नौकरियों पर असर पड़ सकता है। इसलिए उद्योग-सहायता, कौशल विकास, पुनःप्रशिक्षण (reskilling) पर अब तेजी से ध्यान देने की आवश्यकता है।
India AI Mission 2025- चुनौतियाँ और नीति-विकास:
हर तकनीक अपने साथ नए खतरे भी लाती है—AI भी अपवाद नहीं है!तो चलिए समझते हैं कि भारत को किन-किन चुनौतियों से निपटना है…
GenAI के विकास के साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हुई हैं:
- डेटा सुरक्षा एवं गोपनीयता: भारतीय संदर्भ में वैरायटी डेटा, भाषाई विविधता और मॉडल-बायस के कारण जोखिम बढ़ सकते हैं।
- नैतिक उपयोग और deep-fake जोखिम: मीडिया एवं सूचना-विश्वास पर असर पड़ सकता है।
- कानून एवं शासन (Regulation & Governance): महिलाएं-वर्ग, ग्रामीण क्षेत्र, नागरिक सुरक्षा आदि संदर्भों में AI-घटना रिपोर्टिंग और उत्तरदायित्व की कमी देखी गई है।
- भारत सरकार नीतिगत रूप से सक्रिय है — जैसे INDIAai ने GenAI पर चर्चा की है और रोडमैप प्रस्तुत किया है।
- इसके अलावा, उद्योग-शिक्षा साझेदारी, AI-स्किलिंग पहलें, और स्टार्टअप-उद्यमों को बढ़ावा देने की नीति-रूपरेखा पर काम जारी है।
- साथ ही, Google और Microsoft जैसी वैश्विक कंपनियाँ भी भारत में अपने AI Data Centers और Research Labs में अरबों डॉलर का निवेश करने जा रही हैं — जिससे देश का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और मजबूत होगा।
Generative AI in India- भारत के लिए जनरेटिव AI का भविष्य:
तो दोस्तों, क्या आप एक AI-सक्षम भारत के लिए तैयार हैं? अगर हम सही दिशा में आगे बढ़े, तो दुनिया के AI विश्व-मानचित्र के केंद्र में भारत होगा!
दोस्तों, Generative AI in India अब सिर्फ तकनीकी चर्चा नहीं रहा — बल्कि यह उद्योगों, अर्थव्यवस्था, नौकरियों और शिक्षा तक पहुँच चुका है।
यदि भारत समय रहते अपना “AI तैयार ” वर्कफोर्स, उचित नीति-ढाँचा, और नवप्रवर्तन-पर्यावरण विकसित कर ले, तो 2030 तक GenAI भारत के GDP में करीब US$ 359-438 बिलियन तक का योगदान दे सकता है।
लेकिन इसके साथ-साथ हमें नैतिकता, डेटा-सुरक्षा, कौशल-विकास जैसे आयामों पर भी सजग होना होगा। तब ही यह तकनीक समाज-हित में सही मायने में काम करेगी।
आज जहाँ AI सिर्फ “सोचने वाला स्मार्टफोन” बन कर आ रहा है, वहीं GenAI यह सुनिश्चित कर रहा है कि वह सोचने-वाले स्मार्टफोन में बदल जाए — और भारत उस बदलाव का केंद्र बने।

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स्रोत और संदर्भ (References):
भारत में जनरेटिव AI के प्रभाव और विकास से जुड़ी जानकारी निम्नलिखित विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है —
- Grand View Research.
India Generative AI Market Size, Share & Trends Analysis Report, 2024–2030. - EY India.
The Economic Opportunity of Generative AI in India (2024 Report). - INDIAai (Government of India Initiative).
Generative AI Report Launched by INDIAai, 2024. - ThePrint India.
India’s Generative AI Boom to Drive Data Centre Demand as Industry Grows Multi-Fold.



