Agentic AI Autonomous AI Agent: Agentic AI और Autonomous AI Agents ऐसी नई तकनीकें हैं जो सिर्फ इंसान के निर्देशों पर नहीं, बल्कि अपने आप सोचकर काम करती हैं। साधारण AI और Agentic AI में फर्क (difference between AI and Agentic) यह है कि सामान्य AI जवाब देती है, जबकि Agentic AI खुद निर्णय लेकर कार्य करती है। आज Autonomous agents in research जैसे क्षेत्रों में इनका उपयोग बढ़ रहा है। Agentic AI use cases में ग्राहक सेवा, स्वास्थ्य, शिक्षा और वित्त शामिल हैं। सरल शब्दों में, What is Agentic AI – यह वह एआई है जो सोच भी सकती है और अपने आप काम भी कर सकती है।आइये उदाहरण के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं।
उदाहरण के लिए – अगर कोई एआई सिस्टम फैक्ट्री की निगरानी कर रहा है और वह खुद मशीनों की कार्यक्षमता (performance) देखकर उत्पादन प्रक्रिया (production process) बदल दे, तो यह एजेंटिक एआई है।
यह जानकारी के अनुसार एआई की चौथी पीढ़ी मानी जा रही है, जो केवल डेटा-प्रोसेसिंग नहीं बल्कि “उद्देश्य-निर्धारण (goal orientation)” और “कार्य-संचालन (task automation)” भी करती है।
Agentic AI Autonomous AI Agent: 4 प्रमुख कारण जो इसे आज की सबसे महत्वपूर्ण तकनीक बनाते हैं-
वर्तमान समय में एजेंटिक एआई (Agentic AI) कई प्रकार से महत्वपूर्ण है –
1. स्वायत्त निर्णय-क्षमता (Self-Decision Capability):
पारंपरिक एआई (Traditional AI) सिर्फ़ निर्देशों (difference between AI and Agentic) का पालन करती थी। अब एजेंटिक एआई “स्वयं-निर्णायक (Self-Deterministic)” हो रही है – यानी मशीन अपने लक्ष्यों और तरीकों का चयन खुद कर रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि EY की रिपोर्ट (EY Research) के अनुसार,34% Leaders ने Agentic AI का इस्तेमाल शुरू कर दिया है,वहींसिर्फ 14% ने इसे पूरी तरह लागू (Full Implementation) किया है।इस दौरान इसका उपयोग ज़्यादातर सहायता (Assisting) और प्रबंधन प्रक्रियाओं (Managing Processes) में किया जा रहा रहा है।

2. उद्योगों में क्रांतिकारी बदलाव (Industrial Transformation):
- स्वास्थ्य सेवा (Healthcare): इस तकनीक (difference between AI and Agentic) के इस्तेमाल के माध्यम से, मरीज के लक्षणों का विश्लेषण (Symptom Analysis) आसानी से कर उपचार (Treatment Plan) किया जा सकता है।
- वित्त (Finance): यह लेन-देन (Transaction) का निरीक्षण कर धोखाधड़ी (Fraud Detection) रोकने में सहायक साबित हो सकता है।
- निर्माण (Manufacturing): इसके माध्यम से मशीन फॉल्ट (Machine Faults) का पता लगाकर जल्द-से-जल्द सुधारात्मक कार्यवाही (Corrective Action) कर सकता है।
- Bain’s Technology Report 2025 रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले कुछ सालों में कंपनियाँ अपनी technology spending का 5-10% नए AI agent systems और security frameworks जैसी basic capabilities बनाने में लगाएंगी।
3. भारत में तेज़ अंगीकरण (Rapid Adoption in India):
जानकारी के अनुसार, Deloitte India 2025 रिपोर्ट बताती है कि 80% भारतीय कंपनियाँ स्वायत्त एजेंट्स के प्रयोग (Experimentation) से संबंधित कार्य में जुटी हुई हैं। इन टेक्नोलॉजी की वजह से भारत में इंटरनेट-पहुंच (Connectivity), डेटा वॉल्यूम (Data Volume), और स्टार्टअप इकोसिस्टम (Startup Ecosystem) तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
4. नीति-निवेश और सरकारी समर्थन (Government and Policy Support):
भारत सरकार (Government of India) के “राष्ट्रीय एआई मिशन (National AI Mission)” के तहत रिसर्च फंडिंग (Research Funding), डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर (Data Infrastructure) और स्किल डेवलपमेंट (Skill Development) पर काम तेजी से चल रहा है।
Agentic AI Autonomous AI Agent: भारत में असर और अवसर
भारत में एजेन्टिक AI के माध्यम से कई प्रकार से असर और अवसर (agentic AI use cases) देखे जा सकते हैं –
असर (Impact):
- तेज़ी से बढ़ता बाज़ार (Market Growth): भारत एआई बाज़ार (Indian AI Market) 2025 तक 28.8 बिलियन USD तक पहुंचने की संभावना (Projection – pib.gov.in) है।
- सरकारी उपयोग (Government Usage): कृषि (Agriculture), शिक्षा (Education)(Autonomous agents in research), स्वास्थ्य (Health) में एआई एजेंट्स के माध्यम से प्रोजेक्ट्स चलाए जा रहे हैं।
- डिजिटल इकोनॉमी (Digital Economy): भारत अब “डेटा-ड्रिवन इकोनॉमी (Data-Driven Economy)” बन रहा है, जिससे एजेंटिक एआई के लिए अनुकूल पर्यावरण (Enabling Environment) मिल रहा है।
अवसर (Opportunities):
- नए व्यवसाय मॉडल (New Business Models): एजेंट-आधारित सिस्टम का इस्तेमाल कर (AI Agent Systems) कंपनियाँ ऑपरेशन को स्वचालित (Automate Operations) कर खर्च कम और कुशलता (Efficiency) आसानी से बढ़ाने में सहायता मिल रही है।
- रोज़गार और कौशल विकास (Job & Skill Growth): एजेंटिक एआई से “एआई ट्रेनर (AI Trainer)”, “डेटा इंजीनियर (Data Engineer)” और “प्रॉम्प्ट डिज़ाइनर (Prompt Designer)” जैसे नए रोल की वजह से नई जॉब्स मार्किट में आ रही हैं।
- स्थानीय समाधान (Local Solutions): भारत जैसे बहुभाषी जनसंख्या वाले देश (Multilingual Population) के लिए एजेंटिक एआई स्थानीय भाषाओं (Local Languages) में सेवाएँ दे सकती है।
- शिक्षा और स्वास्थ्य में एप्लिकेशन (Applications in Education & Health): इन एजेंटिक एआई का इस्तेमाल कर स्वचालित ट्यूटर (Automated Tutor) या स्वास्थ्य-सहायक (Health Assistant) एजेंट्स से लोगों को ऑनलाइन माध्यम से सस्ती सुविधाएँ मिल सकेंगी।
चुनौतियाँ (Challenges):
- डेटा गुणवत्ता (Data Quality): पढ़ रहे पाठक कृपया इस बात पर ध्यान दें कि अगर एजेंट गलत डेटा से काम करे तो गलत निर्णय (Biased Decisions) देने की सम्भावना ज्यादा होंगी।
- नैतिक सुरक्षा (Ethical Governance): किसकी ज़िम्मेदारी (Accountability) है अगर एजेंट गलत काम कर दे?
- लागत और तकनीकी सीमाएँ (Cost & Technical Constraints): आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एसएमई (SME – Small & Medium Enterprises) के लिए एआई महँगी हो सकती है।
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Agentic AI Autonomous AI Agent: आपके लिए क्या मायने रखता है? (User Perspective)
आपके लिए यह किस प्रकार महत्वपूर्ण साबित हो सकता है –
व्यक्तिगत अनुभव (Personalized Experience): एजेंटिक एआई का इस्तेमाल आपकी रुचियों (Preferences) को समझकर सटीक सुझाव (Recommendations) देने में किया जा सकता है।
उदाहरण: ऑनलाइन शॉपिंग में यह आपकी खरीद पसंद के आधार पर Smart Suggestions देने में मदद कर सकता है।
समय की बचत (Time Optimization): इस प्रकार ऑटोमेशन (AI Automation) के माध्यम से ईमेल, डेटा एंट्री या ग्राहक सेवा जैसे कार्य खुद हो सकते हैं।
कौशल विकास (Skill Upgradation): यह जानना आपके लिए काफी आवश्यक है कि भविष्य में सिर्फ़ वे लोग महत्वपूर्ण होंगे जो एआई के साथ काम कर सकते हैं – जैसे प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग (Prompt Engineering), डेटा एनालिटिक्स (Data Analytics), एआई गवर्नेंस (AI Governance) ।
डेटा सुरक्षा और गोपनीयता (Data Privacy & Security): यूज़र को यह जानना बेहद ज़रूरी है कि एजेंट (Autonomous agents in research) किस डेटा का उपयोग कर रहा है और कैसे इसे सुरक्षित (Encrypted) किया जा रहा है ताकि उन्हें सही रिजल्ट्स मिलने की ज्यादा संभावना हो।
छोटे व्यवसायों के लिए सुविधा (Advantage for Small Businesses): एजेंटिक एआई से मार्केटिंग, कस्टमर सपोर्ट, इनवेंटरी ट्रैकिंग (Inventory Tracking) जैसे कार्य स्वचालित कर लागत कम की जा सकने में मदद मिल सकती है।
Agentic AI Autonomous AI Agent:निष्कर्ष और सुझाव
साथियो, एजेंटिक एआई (What is Agentic AI) मानव इतिहास के तकनीकी विकास का अगला पड़ाव है।जैसा कि हम जानते हैं कि यह सिर्फ़ डेटा विश्लेषण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि “निर्णय-संचालन” तक पहुंच गया है। भारत में यह तेज़ी से फैल रहा है, लेकिन इसके साथ डेटा गुणवत्ता, नैतिक निगरानी और कौशल-तैयारी महत्वपूर्ण हैं।
सुझाव
- व्यवसायों के लिए (agentic AI use cases):
- छोटे स्तर पर पायलट प्रोजेक्ट्स से शुरू करें।
- एआई गवर्नेंस को नीतियों में शामिल करें।
- कर्मचारियों के लिए:
- एजेंटिक एआई के बेसिक कोर्स सीखें।
- नई स्किल्स जैसे डेटा इंजीनियरिंग, मशीन लर्निंग, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग पर ध्यान दें।
- नीति-निर्माताओं के लिए:
- नैतिकता, सुरक्षा और पारदर्शिता पर कठोर दिशानिर्देश तैयार करें।
- शिक्षा में एआई साक्षरता शामिल करें।
- उपभोक्ताओं के लिए:
- हमेशा जानें कि आप किस एआई एजेंट का उपयोग कर रहे हैं।
- डेटा शेयर करने से पहले गोपनीयता नीति पढ़ें।

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अंत में कहा जा सकता है कि Agentic AI और Autonomous AI Agents तकनीक भविष्य में हमारे काम करने और सोचने के तरीके को बदल देंगी। पारंपरिक AI और Agentic AI में अंतर (difference between AI and Agentic) यह है कि पहले वाली सिर्फ निर्देश मानती है, जबकि एजेंटिक एआई अपने आप सोचकर निर्णय लेने में सक्षम है। जैसा की हमने लेख के माध्यम से जाना की आज कई Agentic AI use cases जैसे स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा और ग्राहक सेवा में इसका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
शोध क्षेत्र में भी Autonomous agents in research नए प्रयोग और खोजों को तेज़ बना रहे हैं। इसके साथ ही हमने सरल शब्दों में, what is Agentic AI से संबंधित जानकारी भी प्राप्त की। हमें यह पता होना चाहिए कि एजेंटिक एआई मानव बुद्धि का पूरक है, प्रतिस्पर्धी नहीं। सही निगरानी, नैतिक मार्गदर्शन, और सक्षम नीति के साथ यह भारत के तकनीकी भविष्य को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकता है और साथ ही गलत इस्तेमाल से तकनीकी भविष्य को ख़राब भी कर सकता है।



