Payal Kapadia की ऐतिहासिक धूम : Golden Globe और Critics Choice Awards 2025 में नामांकन

Anushka Panwar
Payal Kapadia- All We Imagine As Light

Breaking News-पायल कपाड़िया (Payal Kapadia ) की फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” ने ग्लोबल फिल्म इंडस्ट्री में भारतीय सिनेमा को एक नया मुकाम दिलाया।“

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पायल कपाड़िया(Payal Kapadia) की गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स (Golden Globe Award 2025) में ऐतिहासिक सफलता:पायल कपाड़िया (Payal Kapadia): एक निर्देशक की दृष्टिपायल कपाड़िया (Payal Kapadia ) की “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” की अंतर्राष्ट्रीय सफलता:क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स (Critics Choice Awards 2025) में पायल कपाड़िया का जलवा:82वें गोल्डन ग्लोब (Golden Globe Award 2025) में प्रतिस्पर्धा:फिल्म में पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) महिलाओं के लिए एक मील का पत्थर:‘ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट'(All We Imagine as Light) का प्रभावपायल कपाड़िया (Payal Kapadia) के इस ऐतिहासिक सफलता पर बॉलीवुड सितारों की शुभकामनाएं : भविष्य में एक झलकपायल कपाड़िया (Payal Kapadia) के द्वारा भारतीय सिनेमा का एक नया युग:पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) का स्वर्णिग सफर:

पायल कपाड़िया(Payal Kapadia) की गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स (Golden Globe Award 2025) में ऐतिहासिक सफलता:

गोल्डन ग्लोब नामांकन 2025: पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) को 82वें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स 2025 (Golden Globe Award 2025)  के लिए दो प्रमुख नॉमिनेशन्स मिले हैं। पहला, उन्हें बेस्ट डायरेक्टर की श्रेणी में नॉमिनेट किया गया है, और दूसरा, “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” को बेस्ट मोशन पिक्चर – नॉन-इंग्लिश लैंग्वेज के लिए नॉमिनेशन मिला है।

यह न केवल पायल के लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत के लिए भी गर्व की बात है, क्योंकि पायल कपाड़िया (Payal Kapadia ) पहली भारतीय निर्देशक हैं जिन्हें गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स (Golden Globe Award 2025) के इस प्रतिष्ठित मंच पर नामांकित किया गया है और इस साल के फिल्म पुरस्कार सत्र में हावी रही है । दूसरा बेस्ट मोशन पिक्चर जो उपलब्धि प्राप्त हुई है उसमे 26 वर्षों में पहली बार है जब शेखर कपूर के 1998 में “एलिजाबेथ”के लिए नामांकन के बाद से किसी भारतीय फिल्म निर्माता को इस श्रेणी में मान्यता मिली है।

इस तरह पायल कपाड़िया ने अपनी फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” के जरिए भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है। आइए जानते हैं, कैसे पायल कपाड़िया ने यह ऐतिहासिक सफलता हासिल की और क्यों उनकी फिल्म ने दुनियाभर में धूम मचाई है।

Payal Kapadia- All We Imagine As Light
ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट (All We Imagine As Light)

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia): एक निर्देशक की दृष्टि

कपाड़िया (Payal Kapadia) की निर्देशकीय प्रतिभा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा अर्जित की है, और यह दोहरा नामांकन वैश्विक सिनेमा में एक उदीयमान सितारे के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत करता है। इस सफलता पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, पायल ने कहा, “मैं इस नामांकन से बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं और इस मान्यता के लिए हॉलीवुड फॉरेन प्रेस एसोसिएशन (HFPA) की आभारी हूं। यह उन सभी का जश्न है जिन्होंने फिल्म पर इतनी लगन से काम किया।”

 गोल्डन ग्लोब्स में, “ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट”( All We Imagine As Light) का मुकाबला “एमिलिया पेरेज़ (Emilia Perez (France)” (फ्रांस) , “द गर्ल विद द नीडल (The Girl with the Needle)” (पोलैंड), “आई एम स्टिल हियर (I’m Still Here (Brazil)” (ब्राजील), “द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग (The Seed of the Sacred Fig(USA)” (अमेरिका) और “वर्मीग्लियो (Vermiglio)” (इटली), से सर्वश्रेष्ठ गैर-अंग्रेजी भाषा मोशन पिक्चर श्रेणी में होगा।

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia ) की “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” की अंतर्राष्ट्रीय सफलता:

पायल की यह फिल्म सिर्फ गोल्डन ग्लोब्स (Golden Globe Award 2025) में ही नहीं, बल्कि अन्य प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी चर्चा का विषय रही है। इस फिल्म को कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में ग्रैंड प्रिक्स अवार्ड मिला था, जो भारतीय सिनेमा के लिए एक ऐतिहासिक घटना थी। इसके अलावा, फिल्म को एशिया पैसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स में जूरी ग्रैंड पुरस्कार और गोथम अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म का पुरस्कार भी मिला है।

पायल कपाड़िया का कहना है कि उनकी फिल्म तीन महिलाओं की दोस्ती के माध्यम से समाज में महिला एकजुटता को बढ़ावा देने का संदेश देती है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे महिलाओं को अक्सर एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जाता है, जबकि समाज को इस स्थिति को बदलने की आवश्यकता है।

क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स (Critics Choice Awards 2025) में पायल कपाड़िया का जलवा:

गोल्डन ग्लोब्स (Golden Globe) के बाद पायल की फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” को 2025 के क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स (Critics Choice Awards 2025) में भी नामांकित किया गया है। इस बार फिल्म को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए नामांकन मिला है।

क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स में इस फिल्म को ‘फ्लो‘, आई एम स्टिल हीयर‘ जैसी अन्य फिल्मों के साथ प्रतिस्पर्धा करनी है। यह एक और बड़ी उपलब्धि है, जो पायल की फिल्म को और भी वैश्विक पहचान दिलाने में मदद करेगी।

82वें गोल्डन ग्लोब (Golden Globe Award 2025) में प्रतिस्पर्धा:

82वें गोल्डन ग्लोब(Golden Globe) में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक श्रेणी में, कपाड़िया का मुकाबला “द ब्रूटलिस्ट”(The Brutalist) के निर्देशक ब्रैडी कॉर्बेट, “द सब्सटेंस”(The Substance) की कोरली फरगेट, “कॉन्क्लेव”(Conclave) के एडवर्ड बर्गर, “एमिलिया पेरेज़”(Emilia Perez) के निर्देशक जैक्स ऑडियार्ड और “एनोरा” (Anora) के सीन बेकर से होगा।

जिसमे “ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट”(All We Imagine As Light) के लिए गोल्डन ग्लोब(Golden Globes) नामांकन भारतीय सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो विश्व मंच पर भारतीय फिल्म निर्माताओं के बढ़ते वैश्विक प्रभाव को प्रदर्शित करता है। अब कपाड़िया की फिल्म अंतरराष्ट्रीय दावेदारों की एक प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गई है, जो विश्व मंच पर भारतीय सिनेमा की दृश्यता को और बढ़ाती है।

Payal Kapadia (पायल कपाड़िया)
पायल कपाड़िया (Payal Kapadia ): भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित करतीं।

फिल्म में पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) महिलाओं के लिए एक मील का पत्थर:

बेस्ट डायरेक्टर श्रेणी में कपाड़िया का नामांकन विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि कपाड़िया  की सफलता भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की शक्ति और उनकी बढ़ती पहचान का प्रतीक बन चुकी है।  कपाड़िया की पहली फीचर फिल्म को कान्स में प्रीमियर के बाद से ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी प्रशंसा मिली है, जहां इसने न केवल दूसरा सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीता, बल्कि सर्वश्रेष्ठ समीक्षा वाली फिल्मों में से एक भी बनी।

फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) (Film and Television Institute of India (FTII)) से स्नातक, निर्देशक ने इससे पहले प्रशंसित लघु फिल्म “आफ्टरनून क्लाउड्स”(Afternoon Clouds) और डॉक्यू-फीचर “ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग”(A Night of Knowing Nothing) का निर्देशन किया है। 

फिल्म निर्माता के तौर पर कपाड़िया ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यह साबित कर दिया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं। उनकी सफलता इस बात का उदाहरण है कि महिलाओं के लिए हर बाधा को पार करना संभव है। पायल कपाड़िया ने केवल अपने करियर में ऊंचाइयां को छुई हैं, बल्कि वह समाज में महिला सशक्तिकरण का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है।

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‘ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट'(All We Imagine as Light) का प्रभाव

इस फिल्म की कहानी तीन महिलाओं के बीच की दोस्ती और उनके संघर्षों को बखूबी दर्शाती है। अपने कलात्मक महत्व से परे, “ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट” (All We Imagine as Light) में परिवार, पहचान और मानवीय स्थिति के बारे में महत्वपूर्ण बातचीत को प्रज्वलित करने की क्षमता है। सार्वभौमिक विषयों की फिल्म की खोज विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित होती है, सहानुभूति और समझ को बढ़ावा देती है। फिल्म में कनी कुसरुति, दिव्या प्रभा और छाया कदम जैसे कलाकारों ने अहम भूमिकाएं अदा की हैं। पायल की फिल्म ने न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी खूब तारीफें बटोरी हैं।

2022 में, एसएस राजामौली की“RRR” ने ग्लोब्स में सर्वश्रेष्ठ गैर-अंग्रेजी भाषा फिल्म के रूप में नामित हुवा था। शेखर कपूर को 1999 के ग्लोब्स में उनकी हॉलीवुड “एलिजाबेथ”(Elizabeth)के लिए निर्देशक श्रेणी में नामांकित किया गया था और मीरा नायर की “सलाम बॉम्बे”(Salaam Bombay) (1989) और “मानसून वेडिंग”(Monsoon Wedding) (2002) को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए नामांकित किया गया था, जिसका नाम अब बदलकर सर्वश्रेष्ठ मोशन फीचर गैर-अंग्रेजी कर दिया गया है।

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) के इस ऐतिहासिक सफलता पर बॉलीवुड सितारों की शुभकामनाएं :

पायल कपाड़िया की इस ऐतिहासिक सफलता पर बहुत सारे बॉलीवुड सितारों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट और अभिनेता राजकुमार राव ने इंस्टाग्राम पर पायल को बधाई दी। आलिया ने पायल को “इतिहास रचने वाली” करार दिया, जबकि राजकुमार राव ने लिखा, “यह कमाल है, पायल कपाड़िया। आपको ढेर सारी शुभकामनाएं।”

पायल की फिल्म ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी है और अब दुनिया भर के दर्शक भारतीय फिल्मों को नए दृष्टिकोण से देख रहे हैं। उनकी इस यात्रा ने न सिर्फ भारतीय फिल्मों के लिए बल्कि भारतीय फिल्म निर्माताओं के लिए भी कई नए रास्ते खोल दिए हैं।

भविष्य में एक झलक

जैसे-जैसे गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स समारोह नज़दीक आ रहा है, “ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट”(All We Imagine as Light) की संभावित सफलता के लिए उत्सुकता बढ़ रही है। कपाड़िया अपनी प्रतिभा और दृष्टि के साथ, पायल कपाड़िया वैश्विक फिल्म उद्योग पर स्थायी प्रभाव डालने के लिए तैयार हैं। 2025 का गोल्डन ग्लोब्स 5 जनवरी को लॉस एंजिल्स(Los Angeles) में होगा। यह भारत में लायंसगेट प्ले(Lionsgate Play) पर लाइव स्ट्रीम होगा।

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) के द्वारा भारतीय सिनेमा का एक नया युग:

“ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट”(All We Imagine As Light) भारतीय सिनेमा के लिए एक नए युग का प्रतीक है, जो बोल्ड स्टोरीटेलिंग, नवीन फिल्म निर्माण तकनीकों और वैश्विक परिप्रेक्ष्य की विशेषता है। इस फिल्म ने न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्किल(Critics Circle) अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर ट्रॉफी और गोथम अवार्ड्स(Gotham Awards) 2024 में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर का पुरस्कार जीता।इन पुरस्कारों ने कपाड़िया की प्रतिष्ठा को वैश्विक सिनेमा मंच पर सबसे होनहार निर्देशकों में से एक के रूप में स्थापित किया है। 

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) का स्वर्णिग सफर:

पायल कपाड़िया (Payal Kapadia ) के लिए यह तो बस शुरुआत है। आने वाले समय में उनका नाम और भी अधिक सम्मानित होगा। अब तक “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट (All We Imagine As Light)” ने हर बड़े फिल्म फेस्टिवल और अवार्ड्स में अपनी छाप छोड़ी है। इस फिल्म के साथ पायल ने न केवल अपनी कला को साबित किया है, बल्कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को भी वैश्विक स्तर पर एक नया पहचान दिलाई है।

पायल कपाड़िया की इस सफलता ने भारतीय सिनेमा में महिलाओं के लिए एक अपार संभावनाएं का द्वार खोल दी हैं। उनका यह कदम न केवल फिल्म इंडस्ट्री के लिए बल्कि हर उस महिला के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करना चाहती है।

 

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