India AI News Update: भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, और हर दिन नई तकनीक, नई नीतियाँ और नए इनोवेशन सामने आ रहे हैं। आज India AI News Update, Latest AI updates India, और Indian AI technology news दिखाते हैं कि देश डिजिटल अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
- India AI News Update: भारत 2026 तक National AI Compute Grid लॉन्च करेगा
- India AI News Update: ग्रामीण भारत के लिए UPI में आएगी AI Voice Payment सुविधा
- India AI News Update: Reliance Jio और IIT Bombay मिलकर Bharat GPT को कर रहे हैं मजबूत
- India AI News Update: TCS 2025–26 में 20,000 AI-Skilled Freshers हायर करेगा
- India AI News Update: दिल्ली और बेंगलूरू में शुरू हुआ India का पहला AI Traffic Prediction System
सरकार, स्टार्टअप, कंपनियाँ और यूनिवर्सिटियाँ मिलकर बड़े AI प्रोजेक्ट बना रही हैं। कई AI initiatives in India जैसे UPI में AI, AI compute इंफ्रास्ट्रक्चर, भाषा आधारित मॉडल, और स्मार्ट सिटी सिस्टम देश के विकास को गति दे रहे हैं। ऐसे कदमों से आने वाले समय में और अधिक India AI developments देखने को मिलेंगे, जो रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त और सार्वजनिक सेवाओं को बेहतर बनाएंगे। भारत अब AI भविष्य की ओर आत्मविश्वास के साथ बढ़ रहा है।भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव बेहद तेज़ी से बढ़ रहा है।
सरकार, उद्योग, स्टार्टअप और शिक्षण संस्थान मिलकर एक ऐसी डिजिटल अर्थव्यवस्था बना रहे हैं, जिसमें AI न केवल लोगों का काम आसान करेगा, बल्कि देश की आर्थिक और तकनीकी क्षमता भी बढ़ाएगा। India AI News Update, Latest AI updates India, India AI developments जैसे विषय आज देश की प्राथमिकता बन चुके हैं। भारत GPU, कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल पेमेंट, शिक्षा, ट्रैफिक सिस्टम और हेल्थ सेक्टर में बड़े बदलाव लाकर एक मजबूत AI भविष्य की ओर बढ़ रहा है।
अब आइए, देखते हैं आज के India AI News Update के वो 5 बड़े बदलाव, जो आने वाले समय में भारत की डिजिटल दिशा और गति—दोनों को पूरी तरह बदलने वाले हैं-
India AI News Update: भारत 2026 तक National AI Compute Grid लॉन्च करेगा
भारत सरकार ने 2025–26 तक देश का सबसे बड़ा AI कंप्यूटिंग नेटवर्क — National AI Compute Grid — लॉन्च करने की तैयारी की है। यह प्रोजेक्ट IndiaAI Mission के तहत चल रहा है, जिसका उद्देश्य देश में विश्वस्तरीय GPU सुपरकंप्यूटिंग उपलब्ध कराना है। रिपोर्ट के अनुसार यह ग्रिड 10,000 से 50,000 GPU तक की क्षमता वाला हो सकता है। इसका मतलब यह है कि भारत में स्टार्टअप्स, शोध संस्थान, कंपनियाँ और डेवलपर्स बिना महंगी मशीनें खरीदे, हाई-एंड AI मॉडल ट्रेन कर पाएंगे।
यह कदम इसलिए ज़रूरी है क्योंकि आज AI मॉडल बनाने के लिए बड़ी GPU compute power चाहिए, जो भारत में अभी सीमित है। सरकार का मानना है कि इस सिस्टम से Indian AI developments तेज़ होंगे, खासकर हेल्थकेयर, एग्रीटेक, फाइनेंस, शिक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में। यह ग्रिड Make in India और Digital India को भी मजबूत करेगा।
केंद्रीय आईटी मंत्री के द्वारा जानकारी दी गयी है कि IndiaAI Mission के तहत अब 18,000+ किफायती AI कंप्यूट यूनिट्स उपलब्ध होंगी। जो भी योग्य उपयोगकर्ता होंगे, इन्हें 40% तक कम लागत में पा सकेंगे। सरकार ने AI कंप्यूट, नेटवर्क, स्टोरेज और क्लाउड सेवाओं का एम्पैनलमेंट शुरू कर दिया है, ताकि भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर अधिक सुलभ हो और देश की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़े।

🔗 आधिकारिक स्रोत:
Home | Ministry of Electronics and Information Technology
इसे भी पढ़े– Global AI News Update: आज की टॉप 5 ग्लोबल AI खबरे
India AI News Update: ग्रामीण भारत के लिए UPI में आएगी AI Voice Payment सुविधा
UPI पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट नेटवर्क बन चुका है। अब NPCI UPI में AI Voice Payment शुरू करने की तैयारी कर रहा है ताकि ग्रामीण और गैर-तकनीकी उपयोगकर्ता भी आसानी से डिजिटल भुगतान कर सकें। इसका उद्देश्य उन लोगों तक बैंकिंग पहुंचाना है जो स्मार्टफोन, कीबोर्ड या इंटरनेट इस्तेमाल करने में सहज नहीं हैं।
नई सुविधा में लोग सिर्फ अपनी भाषा-Hindi/English में बोलकर पेमेंट कर पाएंगे — जैसे, “₹500 रमेश को भेजो।” यह सिस्टम AI स्पीच रिकग्निशन, ऑडियो वेरिफिकेशन और सुरक्षित ट्रांजैक्शन तकनीक पर आधारित होगा। यह artificial intelligence in UPI, UPI voice payments, और Financial Inclusion के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भारत में अधिक UPI उपयोगकर्ता ग्रामीण और सेमी-अर्बन क्षेत्रों में हैं। इसलिए यह सुविधा डिजिटल इंडिया को और व्यापक बनाएगी। NPCI ने पहले ही “Hello! UPI” और कई स्थानीय भाषा मॉडलों पर काम शुरू कर दिया है।
भारत में 22 से अधिक भाषाएँ बोली जाती हैं, इसलिए बहुभाषी AI voice system आने वाले वर्षों में डिजिटल भुगतान को सरल, सुरक्षित और यूनिवर्सल बना देगा। यह AI initiatives in India को वैश्विक स्तर पर मजबूत करेगा।

🔗 आधिकारिक स्रोत:
Hello! UPI: NPCI Voice-Enabled Payments, Features & Benefits
RBI announces AI-powered UPI payment features
इसे भी पढ़े–Merging Humans with AI: कैसे जन्म ले रहे हैं अगले-पैढ़ी के Biological Computers
India AI News Update: Reliance Jio और IIT Bombay मिलकर Bharat GPT को कर रहे हैं मजबूत
Reliance Jio, IIT Bombay, और भारत सरकार मिलकर देश का स्वयं का Large Language Model—Bharat GPT—बना रहे हैं। इसका उद्देश्य ऐसी AI तकनीक बनाना है जो भारतीय भाषाओं, संस्कृति, शिक्षा, लोकल बिज़नेस और सरकारी सेवाओं की जरूरतों को समझ सके।
Bharat GPT, Jio के डिजिटल इकोसिस्टम, टेलीकॉम नेटवर्क और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित होगा। इसमें conversational AI, chatbot services, customer support, शिक्षा, ई-कॉमर्स, हेल्थकेयर और वित्तीय सेवाओं में उपयोग की क्षमता होगी। यह Bharat GPT Reliance Jio, Bharat GPT IIT Bombay, और Reliance Jio Bharat AI ecosystem को मजबूत करेगा।
IIT Bombay देश की शीर्ष AI रिसर्च यूनिवर्सिटी है, जो डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, NLP और भाषाई कंप्यूटिंग पर लगातार काम कर रही है। Bharat GPT भारतीय भाषाओं के लिए एक बड़ा तकनीकी समाधान साबित हो सकता है।
भारत में कई लोग अपनी मातृभाषा में डिजिटल सेवाएँ चाहते हैं, इसलिए यह प्रोजेक्ट देश के डिजिटल ग्रोथ का बड़ा हिस्सा बनने जा रहा है। इससे भारतीय स्टार्टअप्स, डेवलपर्स और MSMEs के लिए AI अपनाना आसान होगा।

🔗 आधिकारिक स्रोत:
Reliance Jio and IIT Bombay to launch Bharat GPT Program
इसे भी पढ़े–AI Latest Updates 2025: Global से लेकर India तक बड़े अपडेट | AI का तेजी से बढ़ता प्रभाव
India AI News Update: TCS 2025–26 में 20,000 AI-Skilled Freshers हायर करेगा
भारत की सबसे बड़ी IT कंपनियों में से एक — TCS — ने घोषणा की है कि वह 2025–26 में लगभग 20,000 नए AI-skilled freshers को नौकरी देगी। यह भारत में AI adoption और रोजगार वृद्धि का एक बड़ा संकेत है।
कंपनी के अनुसार, आने वाले वर्षों में IT सेक्टर में AI automation, cloud computing, cybersecurity, AI consulting और machine learning roles बढ़ेंगे। इस वजह से TCS ने नए hiring programs, TCS Careers 2025, और skilling initiatives लॉन्च किए हैं। इसके लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम, internship मॉडल और AI certification modules भी तैयार किए जा रहे हैं।
TCS का मानना है कि AI नौकरी खत्म नहीं करेगा, बल्कि नए कौशल आधारित रोजगार खोलेगा। इसलिए कंपनी engineering, BCA, MCA, data science, AI & ML graduates को शामिल करने की योजना बना रही है। यह TCS hiring freshers, TCS hiring guide, और youth employment के लिए एक सकारात्मक कदम है।
TCS ने बताया कि उसका लक्ष्य आने वाले वर्षों में workforce को AI-ready बनाना है, जिससे भारत global AI services hub बन सके।

🔗 आधिकारिक स्रोत:
India AI News Update: दिल्ली और बेंगलूरू में शुरू हुआ India का पहला AI Traffic Prediction System
भारत में पहली बार दिल्ली और बेंगलूरू में AI Traffic Management System लागू किया गया है। इसका उद्देश्य ट्रैफिक जाम, रोड दुर्घटनाएँ, प्रदूषण और ट्रैवल टाइम कम करना है। सिस्टम में कैमरा नेटवर्क, सेंसर डेटा, सैटेलाइट मैपिंग, मशीन लर्निंग और predictive analytics का उपयोग होता है।
यह AI सिस्टम पिछले ट्रैफिक पैटर्न, मौसम, event data और current vehicle flow का विश्लेषण करके पहले से बता देता है कि किस समय किस रूट पर जाम होगा। इससे पुलिस, सिटी प्रशासन और नागरिक बेहतर रूट, सिग्नल टाइमिंग और सड़क प्रबंधन का निर्णय ले सकते हैं।
भारत में हर साल लाखों लोग ट्रैफिक में समय गंवाते हैं और आर्थिक नुकसान होता है। ऐसे में traffic management systems in India, AI traffic management system, और urban mobility सुधार बेहद जरूरी हैं।बेंगलूरू स्मार्ट सिटी मिशन और दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने मिलकर AI उपयोग की शुरुआत की है। भविष्य में यह सिस्टम मुंबई, पुणे, हैदराबाद, लखनऊ और जयपुर में भी लागू हो सकता है।

🔗 आधिकारिक स्रोत:
AI and traffic control in India: Revolutionizing road management
भारत AI तकनीक के वैश्विक मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है। चाहे GPU compute infrastructure हो, digital payments, Bharat GPT, रोजगार अवसर हों या स्मार्ट शहरों का AI traffic architecture — हर दिशा में मजबूत प्रगति दिख रही है। यह सभी कदम Indian AI technology news, Latest AI updates India, और AI initiatives in India के तहत देश को एक ऐसे भविष्य की ओर ले जा रहे हैं, जहाँ तकनीक सभी नागरिकों के लिए समान रूप से उपलब्ध होगी।



