NASA New Innovative SPHEREx Telescope
NASA New Innovative SPHEREx Telescope: नासा (NASA) जैसे अंतरिक्ष संगठनों के द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र से संबंधित निरंतर नए-नए Products विकसित होते रहते हैं। इन नवाचारों का इस्तेमाल मनुष्यों के जीवन में परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और साथ ही यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भी मददगार साबित होता है। साथियों, इसी प्रकार नासा ने एक नए प्रकार के SPHEREx Space Telescope को विकसित किया है। नासा के द्वारा इसकी लॉन्च डेट (NASA SPHEREx Launch Date) भी घोषित कर दी गई है। क्या आप जानते हैं SPHEREx कैसे कार्य करता है (How Does SPHEREx Work?) आइए जानते हैं विस्तार से SPHEREx Observatory के बारे में।
साथियो आप आश्र्यचकित महसूस करेंगे की नासा अपने एक नए मिशन की शुरुआत करने जा रहा है। जिसका उद्देश्य सम्पूर्ण आकाश को इंफ्रारेड लाइट में स्कैन करना एवं साथ ही ब्रह्माण की उत्पति सम्बंधित जानकरी को पता करना।इस SPHEREx Observatory का लक्ष्य 450 मिलियन आकाशगंगाओ का मानचित्र तैयार करना है। आइये जानते है क्या है SPHEREx Telescope?
SPHEREx (Spectro-Photometer for the History of the Universe, Epoch of Reionization, and Ices Explorer) एक प्रकार की आगामी अंतरिक्ष वेधशाला(Upcoming Space Observatory) जिसे जैसा की बताया गया 27 फरवरी, 2025 को लांच किया जायेगा।इस SPHEREx Space Telescope को तैयार करने के लिए लगभग 488 मिलियन डॉलर का बजट निर्धारित किया गया है। यह टेलिस्कोप तारों की संरचना, ब्रह्मांड की उत्पत्ति और जीवन के लिए जरूरी तत्वों से सम्बंधित जानकारी प्रदान करेगा। जानकरी के अनुसार यह रोजाना 600 इमेजेस लेगा और धीरे-धीरे पूरे आकाश का नक्शा बनाएगा।
SPHEREx और JWST के बीच प्रमुख अंतर इस प्रकार है :
यह SPHEREx Observatory अपने मिशन के दौरान तारा ,आकशगंगा आदि ऑब्जेक्टों से disperse कर उसका स्पेक्ट्रम निकालता है जिसके इस्तेमाल उपलब्ध तत्वों के बारे में जानकरी प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ ही नासा का यह टेलिस्कोप SPHEREx ब्रह्मांड के बिग बैंग के बाद के युग (Epoch of Reionization) का अध्ययन करेगा जिस समय पहली आकशगंगा का निर्माण हुआ था। इस दौरान जैसा की बताया गया यह 450 मिलियन से अधिक आकशगंगाओ का अध्यन करेगा। सितारों के बारे में बात की जाये तो इस मिशन के दौरान यह टेलिस्कोप लगभग 100 मिलियन से अधिक सितारों का अवलोकन करेगा।
20 सेमी (8 इंच) का मुख्य दर्पण (Primary Mirror) लगा है, जो प्रकाश को इकट्ठा करने में मददगार होगा। यह प्रकाश एक स्पेक्ट्रोमीटर (Spectrometer) से गुजरता है, जो इसे अलग-अलग रंगों (वेवलेंथ) में विभाजित करता है।इसके साथ ही 2 इंफ्रारेड कैमरा लगाए गए है जो की 0.75 माइक्रोन से 5.0 माइक्रोन तक प्रकाश को डिटेक्ट करने में सक्षम है।
इस इंफ्रारेड लाइट का उपयोग धूल और गैस के पीछे छिपी आकाशगंगाओं और सितारों का अध्ययन करने में होगा। SPHEREx Telescope द्वारा एकत्र किया जाने वाला डेटा NASA के Deep Space Network (DSN) को भेजा जायेगा जिसका उपयोग कर वैज्ञानिक विस्तृत स्पेक्ट्रल मैपिंग को तैयार कर पाएंगे एवं ब्रह्मांडीय घटनाओं को एनालाइज कर पाएंगे।
SPHEREx Space Telescope में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग किया जाएगा, जिससे यह बहुत तेजी से डेटा प्रोसेसिंग कर पायेगा। यह हाई-रिज़ॉल्यूशन स्पेक्ट्रोस्कोपिक डाटा वैज्ञानिको के लिए काफी मददगार रहेगा। SPHEREx Observatory बिग बैंग के बाद ब्रह्मांड के विस्तार और विकास को समझने के उद्देश्य से इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी का इस्तेमाल करेगा।
इसे इस तरह तैयार किया गया है की यह अंतरिक्ष में उन क्षेत्रों को देखने में कामयाब है को की सामान्य टेलिस्कोप में अदृश्य होते है। NASA का यह मिशन बर्फीले खगोलीय पिंडों (आईसी बॉडीज) में मौजूद पानी और बायोमोलेक्यूल्स (जैसे कि कार्बनिक यौगिक) की खोज करेगा।इसके माध्यम से इस बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है की हमारे सौर मंडल में जीवन के लिए जरूरी तत्व किस प्रकार बने और वातावरण में फैले।
यह टेलिस्कोप पूरे आकाश का 3D मैप तैयार करेगा एवं विभिन्न खगोलीय घटनाओं और संरचनाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगा। NASA के द्वारा लॉन्च किया जाने वाला टेलीस्कोप लांच डेट(NASA SPHEREx Launch Date) एवं कैसे कार्य करता है, (How Does SPHEREx Work?)से संबंधित जानकारी जानने के बाद क्या आप इस टेलीस्कोप के लॉन्चिंग के बाद तैयार किए जाने वाले ब्रह्मांड का मानचित्र देखने के लिए उत्साहित महसूस कर रहे हैं? हमसे साझा कीजिए कमेंट बॉक्स में।
NASA के इस मिशन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: SPHEREx मिशन
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