Indian Astrophysicist Dr Ragadeepika Pucha
दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे इस अनंत ब्रह्मांड के रहस्य क्या हैं और उन्हें कौन खोज रहा है बड़े सिढ्त से ? Astrophysicist Dr Ragadeepika Pucha उन्ही में से एक ऐसी भारतीय मुल की वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने ब्लैक होल (Active Black Holes) और बौनी आकाशगंगाओं (Dwarf Galaxies) पर गहरी खोज कर रही है। उनकी हाल ही में उनके द्वारा हुई खोजों ने अंतरिक्ष विज्ञान (Astrophysicist) की दुनिया में एक हलचल सी मचा दी है।
अगर आपको अंतरिक्ष (Space Science), ब्लैक होल और विज्ञान में रुचि है, तो यह लेख विशेषकर आपके लिए है। आइए, जानते हैं कि Dr Ragadeepika Pucha कौन हैं, उनका सफर कैसा रहा, और उन्होंने किन अद्भुत खोजों को अंजाम दिया।
Dr Ragadeepika Pucha एक प्रसिद्ध भारतीय अमेरिकी खगोल वैज्ञानिक (Astrophysicist) हैं, जो अंतरिक्ष और ब्लैक होल (Active Black Holes) से जुड़े महत्वपूर्ण शोध कर रही हैं। वह वर्तमान में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ़ यूटा (University of Utah) में पोस्टडॉक्टरल शोधकर्ता (Postdoctoral Researcher) के रूप में कार्यरत हैं। हाल ही में उन्होंने बौने आकाशगंगाओं (Dwarf Galaxies) में सक्रिय ब्लैक होल की खोज कर वैज्ञानिकों को चौंका दिया।
Dr Ragadeepika Pucha का जन्म 1992 में आंध्र प्रदेश के टेनाली शहर में हुआ था। वह बचपन से ही विज्ञान (Space Science)और ब्रह्मांड के रहस्यों के प्रति जिज्ञासु थीं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हुई। इसके बाद, उन्होंने हैदराबाद, अहमदाबाद, विजयवाड़ा और लखनऊ जैसे विभिन्न शहरों में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।
उनके माता–पिता शिक्षा और कला से जुड़े थे। उनकी माँ, कनाकदुर्गा, एक वीणा वादिका (Veena Teacher) हैं, जबकि उनके पिता, राजगोपाल, एक सेवानिवृत्त केंद्र सरकार कर्मचारी (Retired Government Employee) हैं। उनके माता–पिता ने उन्हें विज्ञान (Space Science) में रुचि लेने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान में अपना करियर बनाने का संकल्प लिया।
Astrophysicist Dr. Ragadeepika ने विश्व भारती विश्वविद्यालय (Visva-Bharati University) से भौतिकी (Physics) में समेकित मास्टर ऑफ साइंस (Integrated M.Sc.) की डिग्री प्राप्त की। अपनी उच्च शिक्षा के दौरान, उन्हें विज्ञान और अनुसंधान में गहरी रुचि हुई।
इसके बाद, उन्होंने भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों में शोध किया, जैसे कि:
2016 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ यूटा, अमेरिका में डॉक्टरेट (PhD) की पढ़ाई शुरू की और 2023 में इसे पूरा किया। उनकी पीएचडी के दौरान, उन्होंने ब्लैक होल (Active Black Holes) और बौनी आकाशगंगाओं (Dwarf Galaxies) पर गहन शोध किया।
Astrophysicist Dr Ragadeepika Pucha ने हाल ही में बौनी आकाशगंगाओं में मध्यम-द्रव्यमान वाले ब्लैक होल्स पर एक महत्वपूर्ण शोध का नेतृत्व किया है, जिससे ब्लैक होल और आकाशगंगा निर्माण की उत्पत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है।
बौनी आकाशगंगाओं में ब्लैक होल्स के अस्तित्व की पहचान करना और उनकी विशेषताओं का अध्ययन करना, ताकि यह समझा जा सके कि क्या ब्लैक होल्स आकाशगंगा निर्माण से पहले बने हैं या मौजूदा आकाशगंगाओं के भीतर उभरे हैं।
इसके लिए Dr Ragadeepika Pucha ने 2,500 से अधिक बौनी आकाशगंगाओं के डेटा का विश्लेषण किया, जिससे पता चला कि उनमें से लगभग 2% में ब्लैक होल्स हो सकते हैं। यह खोज मौजूदा ब्लैक होल और बौनी आकाशगंगाओं की गणना से तीन गुना अधिक डेटा प्रदान करती है, जिससे बौनी आकाशगंगाओं के विकास और ब्लैक होल की वृद्धि के बीच की गतिशीलता पर गहन अध्ययन की संभावनाएं खुलती हैं।
तकनीकी दृष्टिकोण से Ragadeepika Pucha ने डार्क एनर्जी स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (DESI) के पहले वर्ष के डेटा का उपयोग किया, जिसमें 410,000 आकाशगंगाओं के स्पेक्ट्रा शामिल हैं, जिनमें से 115,000 छोटी आकाशगंगाएं हैं।
Dr Ragadeepika Pucha का मानना है कि अभी तक केवल 4% ब्रह्मांड की जानकारी हमारे पास है, जबकि 96% हिस्सा अब भी रहस्यमयी बना हुआ है। वह भविष्य में और अधिक शक्तिशाली टेलीस्कोप और डेटा विश्लेषण तकनीकों का उपयोग कर ब्रह्मांड की गहराइयों की और खोज करना चाहती हैं और यह समझने की कोशिश कर रही हैं कि ब्लैक होल (Active Black Holes) पहले बने थे या आकाशगंगाएँ। यदि बौनी आकाशगंगाओं (Dwarf Galaxies) में ब्लैक होल आम हैं, तो यह इस सवाल का उत्तर दे सकता है कि ब्रह्मांड में सबसे पहले क्या आया था – आकाशगंगाएँ या ब्लैक होल?
वह आने वाले वर्षों में और अधिक टेलीस्कोपिक तकनीकों का उपयोग कर नई खोजों को अंजाम देना चाहती हैं। वह ब्लैक होल की ऊर्जा, उनके प्रभाव और उनके निर्माण की प्रक्रिया को गहराई से समझने का प्रयास कर रही हैं।
यह खोज बौनी आकाशगंगाओं (Dwarf Galaxies)के विकास और ब्लैक होल (Active Black Holes) की वृद्धि के बीच की गतिशीलता पर गहन अध्ययन की संभावनाएं खोलती है, जिससे ब्रह्मांड के शुरुआती ब्लैक होल्स के विकास के बारे में व्यापक खोज संभावनाएं सामने आती हैं। इस तरह हम कह सकते हैं की Astrophysicist Dr Ragadeepika Pucha का यह शोध ब्लैक होल्स और आकाशगंगा निर्माण की उत्पत्ति के अध्ययन में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो खगोल विज्ञान के क्षेत्र में नए दृष्टिकोण प्रदान करता है।
दोस्तों क्या आप भी अन्तरिक्ष विज्ञान (Space Science) और ब्रह्मांड के रहस्यों को समझना चाहते हैं? क्या आप अंतरिक्ष के अनसुलझे सवालों के जवाब ढूँढ़ने का सपना देखते हैं? तो, अगली बार जब आप रात के आकाश की ओर देखें, तो याद रखें कि वहाँ अनगिनत रहस्य छिपे हैं—शायद अगली बड़ी खोज आपकी ही हो! आइए, विज्ञान की इस अद्भुत यात्रा में शामिल हों और ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने की दिशा में एक कदम बढ़ाएँ।
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