Ashokastami Festival
Ashokastami Festival: हमारे हिन्दू धर्म में पूरे वर्ष में न जाने कितने त्योहार आते हैं और इन त्योहारों को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसी तरह त्रिपुरा (Unakoti Tripura) में मनाए जाने वाला प्रसिद्ध महोत्सव – अशोकाष्टमी महोत्सव (Ashokastami Festival Tripura) इन ही में से एक है, जो कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में शानदार तरीके से आयोजित किया जाता है।
यह अशोकाष्टमी मेला विशेष रूप से देवी दुर्गा और भगवान शिव की पूजा के लिए प्रसिद्ध है। क्या आप जानते हैं इस वर्ष यह त्योहार ( Famous Ashokastami Festival in Tripura) कब और किस प्रकार मनाया जाने वाला है? इस दिन श्रद्धालुओं के द्वारा उपवास रखा जाता है। इतना ही नहीं, इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान भी किया जाता है। आइए जानते हैं इस लोकप्रिय त्योहार के संबंध में विस्तार से जानकारी।
अशोकाष्टमी पर्व इस साल मनाया जाने वाला एक पवित्र और पावन त्योहारों में से एक है। यह श्रद्धालुओं के द्वारा सम्पूर्ण रूप से श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। अशोकाष्टमी (Ashokastami Festival Tripura) का धार्मिक और सांस्कृतिक के साथ अत्यंत गहरा महत्व रखता है। इस दिन भक्तों के द्वारा सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद की कामना की जाती है। आइए जानते हैं इस वर्ष यह त्योहार कब मनाया जाने वाला है?
साथियों, अशोकाष्टमी पर्व त्रिपुरा के उनाकोटी क्षेत्र का एक प्रसिद्ध त्योहार है। यह पर्व त्रिपुरा (Unakoti Tripura) की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के प्रतीक के रूप में है और इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इतना ही नहीं, यह उत्सव ओडिशा (Famous Ashokastami Festival in Tripura) के भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर ,Odisha (ओडिशा),Unakoti, Tripura (उनाकोटी, त्रिपुरा) और Eastern Region of India (पूर्वी भारत का क्षेत्र) में महत्वपूर्ण रूप से मनाया जाता है। साथियों, अशोकाष्टमी का त्योहार इस वर्ष साल 2025 में 5 अप्रैल (शनिवार) को धूमधाम से मनाया जाएगा, जो कि जैसा कि बताया गया है, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को आता है।
प्रातःकाल उठें
शिवलिंग का अभिषेक
अशोक वृक्ष की पूजा
सूत या लाल धागा लपेटें
परिक्रमा
दीपक जलाना
रामायण का पाठ
मिष्ठान अर्पित करना
अशोक कलिका का सेवन
उपवास
अशोकाष्टमी महोत्सव का इतिहास भारतीय पौराणिक कथाओं और धार्मिक मान्यताओं से बहुत गहराई से संबंधित है। यह (अशोकाष्टमी मेला) पर्व मुख्य रूप से भगवान राम की कथा से संबंधित है। यह माना जाता है कि भगवान राम ने दुष्ट राजा रावण को हराने के लिए अपनी यात्रा शुरू करने से पहले अशोकाष्टमी पूजा की थी। इस पूजा के परिणामस्वरूप राम को विजय प्राप्त हुई, जो बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में माना जाता है।
रामायण का संबंध: अशोकाष्टमी का पर्व रामायण में वर्णित घटनाओं से जुड़ा है। जब माता सीता को रावण ने लंका में बंदी बना लिया था, तो वह अशोक वृक्ष के नीचे थीं। हनुमान जी ने उन्हें भगवान राम का संदेश दिया, जिससे उनका दुख समाप्त हुआ। इस प्रकार, अशोक वृक्ष को दुखों के नाशक के रूप में माना जाता है।
एक अन्य कथा के अनुसार, जब रावण के द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तांडव कर रहा था, तब भगवान शिव की आंखों से दो आंसू गिरे थे। एक आंसू से रुद्राक्ष का जन्म हुआ और दूसरे से अशोक वृक्ष की उत्पत्ति हुई। इस प्रकार, अशोक वृक्ष को भगवान शिव के आंसू से उत्पन्न माना जाता है, जो सभी कष्टों का निवारण करता है।
अशोकाष्टमी महोत्सव विशेष रूप से त्रिपुरा के उनाकोटी में मनाया जाता है। यहाँ आप आसानी से पहुँच सकते हैं क्योंकि उनाकोटी सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है और इसके साथ ही यह अपने सभी नजदीकी शहरों से जुड़ी हुई है। दिल्ली ,बेंगलुरु ,मुंबई और कोलकाता से आसानी से त्रिपुरा पहुँचा जा सकता है। है। यहां आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग किसी का भी इस्तेमाल कर पहुंच सकते हैं।
साथियों, उनाकोटी के सबसे पास अगरतला हवाई अड्डा (महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डा) है। हवाई अड्डे पर पहुंचने पर आप सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर मेले तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
👉 इन शहरों से अगरतला के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं:
त्योहार स्थल के सबसे पास अगरतला रेलवे स्टेशन स्थित है। यहां से भी आसानी से आप सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर उनाकोटी तक पहुंच सकते हैं।
👉नीचे दिए गए प्लेटफार्मों का उपयोग करके आप आसानी से ट्रेन बुक कर सकते हैं:
अगर आप किसी पास के शहरों से यात्रा कर रहे हैं, तो आप सड़क मार्ग का इस्तेमाल कर उनाकोटी पहुंच सकते हैं। आप अपनी गाड़ी या टैक्सी/कैब ले सकते हैं।
👉नीचे दिए गए प्लेटफार्मों का उपयोग करके आप आसानी से टैक्सी/कैब बुक कर सकते हैं:
दोस्तों, Unakoti Tripura के रहस्यमयी पर्यटक स्थल के बारे में मैंने विस्तार से बताया है क्योंकि यह पूर्वोत्तर का ‘अंगकोर वाट’, पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। अगर आप इस बेहतरीन पर्यटन स्थल के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और पढने के बाद अपने अनुभव जरूर बताएं।
यह लेख (Ashokastami Festival) जिसको आप सभी पाठक गण पढ़ रहे हैं , आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अशोकाष्टमी महोत्सव (Ashokastami Festival Tripura) न केवल धार्मिक आस्था के रूप में मनाया जाता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और भाईचारे को भी प्राथमिकता देने का कार्य करता है। क्या आप भी प्रमुख रूप से अशोकाष्टमी महोत्सव (Famous Ashokastami Festival in Tripura) मनाए जाने वाली जगह त्रिपुरा (Unakoti Tripura) या ओडिशा से कहीं संबंध रखते हैं? तो हमें जरूर बताइए इस पवित्र अशोकाष्टमी मेला के बारे में की आप इसके बारे में क्या जानते हैं।
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