टूरिज्म

3 New Echo Tourism Hub in Bihar: बिहार के रोहतास जिले में तीन प्रमुख स्थलों को Echo Tourism हब के रूप में विकसित किया जाएगा

3 New Echo Tourism Hub in Bihar : दोस्तों, क्या आप उन स्थानों की खोज में हैं जहाँ प्रकृति की गोद में रोमांचक अनुभवों का आनंद लिया जा सके? तो आप सही जगह पर हैं क्योंकि बिहार सरकार ने हाल ही में राज्य में इको-टूरिज़्म (Bihar Echo Tourism ) को बढ़ावा देने के लिए और राज्य में पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से तीन नए इको-टूरिज्म हब विकसित (3 New Echo Tourism Hub in Bihar ) करने जा रही है।

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तो दोस्तों, बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार ने शुक्रवार को बिहार टूरिज्म (Bihar Tourism) को बढ़ावा देने के लिए इसके तहत रोहतास जिले (Tourism Hub in Rohtas) के तीन प्रमुख स्थलों—तुतला भवानी, गुप्ता धाम और मांझर कुंड—को इको-टूरिज्म (Eco Tourism)केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। जो एक तरह से पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन केंद्र के रूप में जाना जाता है।

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रोहतास जिले में इन तीन प्रमुख स्थलों को इको-टूरिज़्म हब के रूप में विकसित करने का उद्देश्य न केवल राज्य में बिहार पर्यटन (Bihar Tourism ) को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिये रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि करना है। दोस्तों अब जानते हैं इन नए पर्यटन स्थलों के बारे में, जो न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेंगे, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ़ करेंगे।

3 New Echo Tourism Hub in Bihar बिहार के रोहतास जिले के तीन प्रमुख स्थलों को इको-टूरिज्म (Eco Tourism) केंद्र के रूप में विकसित करना:

दोस्तों अब हमलोग तीन प्रमुख स्थलों—तुतला भवानी, गुप्ता धाम और मांझर कुंड के बारे में विस्तार से जानेंगे:

3 New Echo Tourism Hub in Bihar– तुतला भवानी, रोहतास जिले का एक अद्भुत धार्मिक और प्राकृतिक स्थल:

क्या आप कभी ऐसे स्थान पर गए हैं, जहाँ प्रकृति की गोद में बैठकर शांति का अनुभव हो और साथ ही आध्यात्मिक ऊर्जा भी मिले? अगर नहीं, तो चलिए, आज आपको बिहार के रोहतास जिले के एक ऐसे ही अद्भुत स्थान तुतला भवानी की सैर कराते हैं जो प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक महत्व का अनूठा संगम है। यह स्थान न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों (Bihar Tourism) के लिए भी आकर्षण का प्रमुख बिंदु है।

Tourism Hub in Rohtas-तुतला भवानी कहाँ स्थित है?

तुतला भवानी मंदिर रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड में कैमूर पहाड़ियों की गोद में स्थित है। यह स्थल डेहरी ऑन सोन से लगभग 20 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित है। मंदिर के समीप कछुअर नदी बहती है, जो इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता में चार चांद लगाती है। चारों ओर हरियाली से घिरी यह घाटी लगभग एक मील लंबी है, जहाँ उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व की ओर ऊँची पहाड़ियाँ हैं। घाटी के पश्चिमी छोर पर लगभग 180 फीट ऊँचा जलप्रपात है, जो पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य (Eco Tourism) किसी का भी मन मोह सकता हैऔर यह सब आपको किसी फिल्मी दृश्य का एहसास कराएगा!

Tourism Hub in Rohtas -तुतला भवानी क्यों प्रसिद्ध है?

अब सवाल उठता है कि तुतला भवानी सिर्फ एक सुंदर जगह ही है या इसका कुछ धार्मिक महत्व भी है? अगर आप धार्मिक आस्था रखते हैं, तो आपको जानकर खुशी होगी कि यह माँ दुर्गा के एक रूप, जगद्धात्री महिषासुरमर्दिनी दुर्गा को समर्पित स्थल है। यहाँ स्थित प्राचीन मंदिर की दीवारों पर 1158 ईस्वी का शिलालेख अंकित है, जो इस स्थान की ऐतिहासिकता को दर्शाता है।

नवरात्रि और श्रावण मास में यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। लोग यहाँ सिर्फ पूजा करने नहीं आते, बल्कि इस जगह की सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करने भी आते हैं। क्या आप भी ऐसी किसी जगह जाना पसंद करेंगे?

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Tourism Hub in Rohtas -कैसे पहुँचें तुतला भवानी?

अगर अब तक आपने सोच लिया है कि इस जगह की यात्रा (Bihar Tourism) करनी चाहिए, तो यह जानना ज़रूरी है कि वहाँ पहुँचा कैसे जाए? घबराइए मत, हम आपको हर तरीका बताएंगे:

  1. रेल मार्ग – सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन डेहरी ऑन सोन है, जहाँ से आप तिलौथू के लिए बस या ऑटो पकड़ सकते हैं।
  2. सड़क मार्ग – डेहरी ऑन सोन से तिलौथू तक की दूरी करीब 20 किलोमीटर है, जिसे NH-119 (डेहरी-यदुनाथपुर मार्ग) के माध्यम से तय किया जा सकता है। तिलौथू से तुतला भवानी मंदिर तक पहुँचने के लिए संकेतक बोर्ड मार्गदर्शन करते हैं।
  3. वायु मार्ग – अगर आप दूसरे राज्य से आ रहे हैं, तो निकटतम हवाई अड्डे पटना, गया और वाराणसी में हैं। वहाँ से आप बस या टैक्सी लेकर यहाँ पहुँच सकते हैं।

अब बताइए, क्या यह सफर आपके लिए रोमांचक नहीं लग रहा?

Tourism Hub in Rohtas -तुतला भवानी के आस पास घूमने के लिए क्या-क्या है?

3 New Echo Tourism Hub in Bihar

अब आप सोच रहे होंगे कि मंदिर के अलावा यहाँ देखने के लिए और क्या है? तो जनाब, यहाँ का मुख्य आकर्षण है—180 फीट ऊँचा जलप्रपात। मानसून के दौरान जब यह पूरी ऊँचाई से गिरता है, तो इसकी ध्वनि और नज़ारा अद्भुत होता है। वहीँ यह जलप्रपात मानसून के दौरान अपने पूर्ण वैभव पर होता है, जो पर्यटकों को रोमांचित करता है।

इसके अलावा, बिहार सरकार इस क्षेत्र को इको-टूरिज्म हब के (Bihar Eco Tourism) रूप में विकसित कर रही है, जिससे यहाँ कुछ और मज़ेदार चीज़ें जोड़ दी जाएँगी, जैसे:

  • इको पार्क: वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र को इको-टूरिज्म (Eco Tourism) स्थल के रूप में विकसित किया गया है। यहाँ सड़कों का निर्माण, झूला पुल, और ई-रिक्शा जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे पर्यटकों को सुगम यात्रा का अनुभव हो। दोस्तों हरी-भरी वादियों में टहलना किसे पसंद नहीं?
  • झूला पुल: मंदिर परिसर तक पहुँचने के लिए एक झूला पुल का निर्माण किया गया है, जो पर्यटकों को नदी और घाटी के सुंदर दृश्यों का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है। जिसमे नदी के ऊपर झूलते हुए चलने का अलग ही मज़ा है।
  • सड़क सुविधाओं का विस्तार– जिससे आपकी यात्रा और आरामदायक हो सके।

तो दोस्तों, अगर आप प्रकृति, रोमांच और आध्यात्मिकता का अनुभव करना चाहते हैं, तो तुतला भवानी से बेहतर जगह कोई नहीं! तो अब बताइए, क्या यह जगह आपकी ट्रैवल लिस्ट (Bihar Eco Tourism) में शामिल हो गई या नहीं? अब देर किस बात की? अपना बैग पैक कीजिए और इस अनोखी जगह की यात्रा के लिए तैयार हो जाइए।

क्या आप पहले कभी तुतला भवानी गए हैं? अगर हाँ, तो अपना अनुभव हमारे साथ शेयर करें!

3 New Echo Tourism Hub in Bihar- गुप्ता धाम, रोहतास जिले का रहस्यमय और पवित्र स्थल :

क्या आप कभी ऐसे स्थान की खोज में हैं जहाँ प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति का संगम हो? तो बिहार के रोहतास जिले में स्थित गुप्ता धाम एक ऐसा ही स्थल है, जो आपके लिए एक आदर्श गंतव्य हो सकता है। यह अपनी प्राकृतिक गुफाओं, धार्मिक महत्व और सुरम्य परिवेश के लिए प्रसिद्ध है। आइए, इस अद्वितीय स्थल (Bihar Tourism) के बारे में विस्तार से जानें।

Tourism Hub in Rohtas -गुप्ता धाम कहाँ स्थित है?

गुप्ता धाम, जिसे गुप्तेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है, बिहार के रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड में स्थित है। यह स्थल कैमूर पहाड़ियों की घाटी में बसा हुआ है, और यह घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा है। जो इसकी प्राकृतिक सुंदरता को और भी बढ़ाता है। सासाराम से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण (Eco Tourism) का केंद्र है। यहाँ की प्राकृतिक गुफा में स्थित शिवलिंग चूने के निक्षेप से बनी एक छोटी चट्टान है, जिसे भक्तगण गुप्तेश्वर महादेव के रूप में पूजते हैं।

Tourism Hub in Rohtas -गुप्ता धाम का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व:

क्या आप जानते हैं कि गुप्ता धाम का संबंध भगवान शिव से है? यहाँ एक प्राकृतिक गुफा में गुप्तेश्वर महादेव का प्राचीन शिवलिंग स्थित है। मान्यता है कि इस गुफा में भगवान शिव ने भस्मासुर से बचने के लिए शरण ली थी। गुफा के भीतर स्थित शिवलिंग पर हमेशा ऊपर से पानी टपकता रहता है, जिसे श्रद्धालु पवित्र मानते हैं और प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। यहाँ शिवरात्रि और बसंत पंचमी के अवसर पर विशेष मेलों का आयोजन होता है। इन अवसरों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहाँ एकत्रित होते हैं, जिससे यह स्थल धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र बनता है।

Tourism Hub in Rohtas -गुप्ता धाम तक कैसे पहुँचें?

अब सवाल उठता है कि गुप्ता धाम तक कैसे पहुँचा जाए? यहाँ पहुँचने के लिए कई मार्ग उपलब्ध हैं:

  • वायु मार्ग: निकटतम हवाई अड्डे पटना, गया, और वाराणसी में स्थित हैं। वहाँ से सड़क मार्ग द्वारा गुप्ता धाम तक पहुँचा जा सकता है।
  • रेल मार्ग: सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन सासाराम है। सासाराम से गुप्ता धाम की दूरी लगभग 55 किलोमीटर है, जिसे सड़क मार्ग से तय किया जा सकता है।
  • सड़क मार्ग: सासाराम से गुप्ता धाम तक पहुँचने के लिए रेहल, पनारी घाट, और उगहनी घाट से होकर जाने वाले तीन मार्ग हैं। हालांकि, ये मार्ग दुर्गम हैं और पहाड़ी तथा जंगलों से होकर गुजरते हैं। हाल ही में, ताराचंडी धाम के पास से एक नया मार्ग विकसित किया गया है, जिससे वाहन सीधे पहाड़ी पर जा सकते हैं, जिससे यात्रा थोड़ी आसान हो गई है।

Tourism Hub in Rohtas- गुप्ता धाम में घूमने लायक स्थान :

3 New Echo Tourism Hub in Bihar

गुप्ता धाम की यात्रा (Bihar Eco Tourism) के दौरान आप कई आकर्षक स्थानों का आनंद ले सकते हैं:

  • प्राकृतिक गुफा: यहाँ की गुफा में स्थित शिवलिंग और प्राचीन शैलचित्र आपको अतीत की यात्रा पर ले जाएंगे और उसके आसपास की प्राकृतिक संरचना पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करती है।
  • जलप्रपात और हरियाली: कैमूर पहाड़ियों की गोद में बसे इस स्थल पर आप प्राकृतिक जलप्रपात और हरियाली का आनंद ले सकते हैं, जो मन को शांति और ताजगी प्रदान करते हैं।
  • सीता कुंड: गुप्ता धाम से लगभग डेढ़ किलोमीटर दक्षिण में स्थित यह कुंड अपने ठंडे जल के लिए प्रसिद्ध है। यह कुंड भी श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहाँ लोग स्नान करके पवित्रता का अनुभव करते हैं।
  • दुर्गावती नदी: इस क्षेत्र की यात्रा के दौरान श्रद्धालु दुर्गावती नदी को पाँच बार पार करते हैं, जो यात्रा को रोमांचक बनाता है।

दोस्तों, गुप्ता धाम एक ऐसा स्थल है जहाँ प्राकृतिक सुंदरता (Bihar Eco Tourism) और धार्मिक आस्था का अनूठा मेल है। तो, क्या आप तैयार हैं गुप्ता धाम की इस रोमांचक और आध्यात्मिक यात्रा के लिए?  यहाँ की गुफाएँ, शिवलिंग, और आसपास का प्राकृतिक परिवेश पर्यटकों और श्रद्धालुओं को समान रूप से आकर्षित करता है इसके साथ ही यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर आपके मन को मोह लेंगी।

यदि आप आध्यात्मिक शांति और प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहते हैं, तो गुप्ता धाम की यात्रा (Eco Tourism) अवश्य करें और अगली बार जब आप यात्रा (Bihar Tourism) की योजना बनाएं, तो गुप्ता धाम को अपनी सूची में अवश्य शामिल करें और अनुभव हमारे साथ साझा करें!

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3 New Echo Tourism Hub in Bihar -मांझर कुंड, रोहतास जिले का प्राकृतिक और धार्मिक धरोहर:

दोस्तों मांझर कुंड बिहार में प्राकृतिक सुंदरता (Bihar Tourism) का अद्भुत रूप है जहाँ एक तरह से प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व का अद्भुत संगम होता है , क्या आप इसी तरह के स्थलों की खोज में हैं तो बिहार के रोहतास जिले में स्थित मांझर कुंड आपके लिए एक आदर्श गंतव्य है। आइए, इस स्थल के बारे में विस्तार से जानें।

Tourism Hub in Rohtas -मांझर कुंड कहाँ स्थित है?

मांझर कुंड, जिसे माझर कुंड भी कहा जाता है, बिहार के रोहतास जिले में स्थित एक सुंदर जलप्रपात है। यह स्थल सासाराम से लगभग 10-15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान कैमूर पहाड़ियों की गोद में बसा है, जो इसकी प्राकृतिक सुंदरता में चार चाँद लगता है।

Tourism Hub in Rohtas – मांझर कुंड का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

क्या आप जानते हैं कि मांझर कुंड का धार्मिक महत्व भी है? यहाँ रक्षाबंधन के त्योहार के बाद के पहले रविवार को एक विशेष मेले का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होते हैं। यह मेला स्थानीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है, जो इस स्थल की धार्मिक महत्ता को दर्शाता है।

Tourism Hub in Rohtas -मांझर कुंड तक कैसे पहुँचें?

आप मांझर कुंड, वायु मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग के द्वारा तुतला भवानी और गुप्ता धाम में वर्णित तरीकों से आसानी असानी से पहुँच सकते हैं। लेकिन यहाँ का स्थानीय मार्ग पहाड़ी और हरियाली से भरपूर है, जो यात्रा को सुखद बनाता है जो आपकी थकान को दुर कर देगा।

Tourism Hub in Rohtas – मांझर कुंड में घूमने लायक स्थान:

3 New Echo Tourism Hub in Bihar

मांझर कुंड (Bihar Tourism) की यात्रा के दौरान आप कई आकर्षक स्थानों का आनंद ले सकते हैं:

  • प्राकृतिक जलप्रपात: मांझर कुंड का मुख्य आकर्षण यहाँ का जलप्रपात है, जो मानसून के दौरान अपने पूर्ण वैभव में होता है।  यहाँ का शांत वातावरण और बहते जल की मधुर ध्वनि मन को सुकून प्रदान करती है।
  • पिकनिक स्पॉट: यह स्थल पिकनिक मनाने के लिए भी प्रसिद्ध है। परिवार और दोस्तों के साथ यहाँ के हरियाली भरे वातावरण (Eco Tourism) में समय बिताना आपके लिए लिये एक यादगार अनुभव हो सकता है।
  • धुआं कुंड: मांझर कुंड के निकट स्थित धुआं कुंड भी एक सुंदर जलप्रपात है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

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दोस्तों हमने Bihar Eco Tourism के अंतरगर्त तुतला भवानी, गुप्ता धाम और मांझर कुंड के बारे में विस्तार से बताया है, जो रोहतास (Tourism Hub in Rohtas) की शान है । इसी के अंतरगर्त, बिहार टूरिज्म (Bihar Tourism) को बढ़ावा देने के लिए इसका और भी विस्तार किया जा रहा है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर आपके मन को जरूर मोह लेंगी। आपकी यह यात्रा (Eco Tourism) न केवल आपको आध्यात्मिक शांति प्रदान करेगी, बल्कि बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी परिचित कराएगी।

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